कुरुक्षेत्र (ओहरी)
विश्वविद्यालय के जियो फिजिक्स विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. आरबीएस यादव को भारत और ताईवान के बीच एक अंतर्राष्ट्रीय परियोजना को मंजूरी प्रदान की गई है जिसका शीर्षक भारत के गुजरात के भुज में 2001 में 7.1 एमडब्ल्यू आए भंूकम्प और गुजरात के कच्छ क्षेत्र में भावी भूकम्पीय खतरे के भूकम्पीय विरूपण है।
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. कैलाश चन्द्र शर्मा ने फिजिक्स विभाग के वैज्ञानिक डॉ. आरबीएस यादव को इस शानदार उपलब्धि के लिए बधाई दी है। उन्होंने कहा कि ए-प्लस ग्रेड प्राप्त करने के बाद कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के शोधार्थियों की जिम्मेदारी ओर बढ़ गई है और उन्हें गुणवत्तापरक शोध कार्य करने होंगे। उन्हें अंतर्राष्ट्रीय स्तर के शोध में अपना योगदान देना होगा।
इस प्रोजेक्ट के तहत््कुवि के डॉ. यादव के साथ भारत के भूकम्पीय अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिक तथा ताईवान के एकेडमिया सिनिका, नेशनल ताईवान यूनिवर्सिटी तथा नेशनल सेंट्रल यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिक संयुक्त रूप से इस शोध को करेंगे। इस टीम को यह प्रोजेक्ट दो स्तरीय जांच के बाद मिला है तथा चुनिंदा 7 प्रोजेक्ट में से इसको दूसरा स्थान प्राप्त है। इस शोध के लिए 70 लाख रूपये की अनुदान राशि मंजूर की गई है।
गुजरात के भुज में 2001 में आए भूकम्प से भूगर्भ में होने वाले बदलाव की गहनता से शोध किया जाएगा। भविष्य में आने वाले संभावित भूकम्पों के कारणों का भी पता लगाया जाएगा।
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