कुरुक्षेत्र (ओहरी)
मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से देशभर में स्वयं के तहत् 75 विषयों में देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों के विभागों व शिक्षण संस्थानों को नेशनल रिसोर्स सेन्टर के रूप में घोषित किया है। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय का विधि विभाग इस सूची में शामिल होने में सफल रहा है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने विधि शिक्षा के लिए कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के विधि विभाग को नेशनल रिसोर्स सेन्टर घोषित किया है। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. कैलाश चन्द्र शर्मा ने इसके लिए लॉ फैकल्टी के सभी सदस्यों के साथ-साथ विधि विभाग के अध्यक्ष प्रो. दलीप कुमार को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि विधि विभाग के नेशनल रिसोर्स सेन्टर घोषित होने का फायदा विभाग व विश्वविद्यालय दोनों को होगा। मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से जारी इस सूची के तहत् अब यह विभाग कानूनी शिक्षा के क्षेत्र में आ रहे नए बदलावों व नई तकनीक के साथ ऑनलाईन रिफ्रेशर कोर्स तैयार कर सकेगा। नेशनल रिसोर्स सेन्टर को हर वर्ष 15 जून तक इस कोर्स को तैयार करना होगा व इस प्रोग्राम को स्वयं पोर्टल के जरिये अपलोड कर 1 अक्टुबर से इस कार्यक्रम को शुरू करना होगा। इस कोर्स को विद्यार्थियों व शिक्षकों की रूची के अनुसार जनवरी माह में भी दोबारा करवाया जा सकेगा। नेशनल रिसोर्स सेन्टर इसके लिए प्रमाणित शिक्षकों की एक सूची भी जारी करेगा जिसका आने वाले समय में कॅरियर प्रोग्रेशन व एपीआई में भी शिक्षकों को मदद मिलेगी। शिक्षकों की प्रोफेशनल डिवेलप्मेंट के लिए भी आईसीटी आधारित कार्यक्रम शुरू किए जा सकेंगे। विधि विभाग के अध्यक्ष डॉ. दलीप कुमार ने इसके लिए सभी शिक्षकों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि विभाग के लिए यह बड़ी उपलब्धि है जिसका फायदा शिक्षकों व विद्यार्थियों दोनों को होगा।