नीरज सिसौदिया, जालंधर
स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के जालंधर दौरे के बाद बिल्डिंग इंस्पेक्टर नीरज शर्मा पूरी तरह से बेखौफ हो गए और अवैध कॉलोनियां कटवाने लगे| अपने दौरे के दौरान सिद्धू ने पत्रकारों से बातचीत में नीरज शर्मा को सस्पेंड किए जाने की बात कही थी लेकिन जब सस्पेंशन के आदेश जारी हुए तो नीरज शर्मा का नाम उन आदेशों में नहीं था| सूत्र बताते हैं कि इन्हीं अवैध कॉलोनियों को हरी झंडी देने के चलते नीरज शर्मा को इनाम स्वरुप सस्पेंशन से राहत दी गई है| हालांकि सूत्र यह भी बताते हैं कि यह मामला स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के संज्ञान में नहीं है|
बता दे किस नवज्योतसिंग सिद्धू के जालंधर दौरे के बाद नीरज शर्मा के इलाके में दो अवैध कॉलोनियों का काम शुरु हुआ है| इनमें से एक कॉलोनी फगवाड़ा हाईवे पर स्थित है जिसका सीएलयू तक नहीं कराया गया है| साथ ही यह कॉलोनी पास भी नहीं कराई गई है और बताया जाता है कि यहां पर फ्लैट बनाकर बेचने की तैयारी है| लगभग डेढ़ 2 महीना पहले इस अवैध कॉलोनी पर नगर निगम की ओर से कार्रवाई भी की गई थी लेकिन नवजोत सिंह सिद्धू के जालंधर दौरे के बाद इस कॉलोनी में दोबारा काम शुरू कर दिया गया|
उधर नीरज शर्मा के इलाके में जो दूसरी कॉलोनी बनाई जा रही है वह यूनिवर्सिटी कैंपस के पास स्थित है| सूत्र बताते हैं कि इस कॉलोनी की भी एनओसी नहीं ली गई है और नीरज शर्मा ने कथित तौर पर इस में मोटी रकम वसूल की है| इलाके के एटीपी पहले ही सस्पेंड हो चुके हैं| यही वजह है कि नीरज शर्मा अब खुलेआम अवैध कॉलोनियों को संरक्षण देने में लगे हैं|
दिलचस्प बात यह है कि जिस गुलमोहर सिटी को अवैध बताकर नवजोत सिंह सिद्धू ने सरकार को करोड़ों रुपए का नुकसान होने की बात कही थी उस गुलमोहर सिटी को तैयार करवाने वाले नीरज शर्मा के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गई| जब गुलमोहर सिटी अपने निर्धारित दायरे से कई गुना अधिक दायरे में डेवलप की गई है तो इस अवैध कॉलोनी को डेवलप करने में सहयोग देने वाले बिल्डिंग इंस्पेक्टर नीरज शर्मा के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की गई| बहरहाल नवजोत सिंह सिद्धू की कार्रवाई सवालों के घेरे में है| भ्रष्ट इंस्पेक्टर के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने के चलते सिद्धू की मंशा पर भी सवालिया निशान खड़े होने लगे हैं|
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