रामचंद्र कुमार अंजाना, बेरमो
सीसीएल बीएंडके प्रक्षेत्र के करगली गेट स्थित दुर्गा मंदिर के समीप राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर यूनियन(राकोमयू) की ओर से महान क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद का 112 जयंती मनाया गया।यहां राकोमयू के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने चंद्रशेखकर आजाद के प्रतिमा पर माल्यापर्ण कर श्रद्धांजलि दिया।साथ ही उनके आदर्शों को आत्मसात करने का संकल्प लिया। राकोमयू के बीएंडके क्षेत्रीय सचिव गजेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि बेहद कम उम्र में चंद्रशेखर आजादी लड़ाई में कूद पड़े थे।चंद्रशेखर आजाद 14 वर्ष की आयु में बनारस गए और वहां एक संस्कृत पाठशाला में पढ़ाई की। 1920 में आजाद गांधी जी के असहयोग आंदोलन से जुड़े।उन्होंने कहा कि चंद्रशेखर आजाद ने समाज के सभी वर्गों के लोगों को सफलतापूर्वक एकजुट किया और हमारे नागरिकों और भारत के गौरवशाली अतीत से उनके संबंध को और गहरा किया था। कहा कि महान चंद्रशेखर आजाद को उनकी जयंती पर देश के हर नागरिक को श्रद्धांजलि देनी चाहिए।वे भारत माता का एक बहादुर पुत्र थे। उन्होंने साथी नागरिकों को आजादी दिलाने के लिए खुद का बलिदान कर दिया।कहा कि भारत की पीढ़ियां उनके साहस से प्रेरित हैं। कहा कि समाजवादी वामपंथी धारा का भारत की आजादी, उसके बाद संविधान और तंत्र निर्माण व राष्ट्र समाज के ताने बाने को बनाने में एक महत्वपूर्ण योगदान रहा है। मौके पर विरेंद्र तिवारी, तारकेश्वर चक्रवर्ती, नंदकिशोर सिंह, संजय सिंह, नारायण, बलराम, पीके नंदी, एमके ठाकुर, अशोकर यादव, ललीत अग्रवाल, फुदन नोनिया, जगदीश मुखर्जी, महेश प्रसाद, महेंद्र प्रसाद, भजन कुमार घोष, नागराज, सरदार बचन सिंह, हरप्रित, तिहारू, मनोज दुबे, दुलाल पाल, भोलानाथ सरण, भाला चक्रवर्ती आदि लोग मौजूद थे।
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