दिल्ली

दिल्ली भाजपा उपाध्यक्ष ने संभाली कमान, बंजर जमीन पर बना दिया पार्क आलीशान 

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नीरज सिसौदिया, नई दिल्ली 

राजनीतिक – सामाजिक क्षेत्र में अकसर हम नेताओं को हरियाली का महत्व समझाते देखते हैं पर लोगों को शिकायत रहती है की नेता जी ने पेड़ तो लगाया पर उसकी देखभाल की व्यवस्था नही की जिस कारण पेड़ मर गया।

उक्त कथन से अलग दिल्ली भाजपा की उपाध्यक्ष योगिता सिंह ने अपने निवास क्षेत्र में हरियाली के लिये काम करते हुऐ अपने नाम योगिता को चरितार्थ कर दिखाया है और मात्र दस माह की अल्प अवधि में पाकेट 10, कालका जी विस्तार में एक सुन्दर पार्क विकसित कर कोहिनूर आपारटमैंट एवं आसपास की जनता को समर्पित किया है।

2016 के अंत में योगिता सिंह का परिवार कालका जी विस्तार की पाकेट 10 में रहने आया. तब इस पाकेट में डी.डी.ए. एवं निगम ने एक भूखंड पर बोर्ड लगा रखा कर उसे पार्क का नाम तो दिया हुआ था पर था वो सिर्फ एक बंजर भूमि का टुकड़ा जहां न घास थी न पेड़ पौधे, यहाँ तक कि कोई पानी का कनेक्शन भी नही था। शाम होते ही यहाँ शराबी आ बैठते थे। पुराने स्थानिय नागरिकों के अनुसार ना डी.डी.ए. ना नगर निगम किसी ने कभी इस पार्क भूमि की सुध नहीं ली। स्थानीय नागरिकों के अनुसार पूर्व में रहे निगम पार्षदों ने इस पार्क को विकसित करवाने के अनेक प्रयास किये पर हमेशा निगम में पैसे की कमी आड़े आ गयी।

क्षेत्र में नयी रहनी आयीं योगिता सिंह को यह नहीं सुहाया और गत 2017 के आरम्भ में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी एवं क्षेत्रीय सांसद रमेश विधूड़ी के हरित दिल्ली संदेश से प्रेरणा पा कर उन्होंने स्थानिय नागरिकों की बैठक बुला कर महिला आर.डब्लू.ए. का गठन करवाया।

तत्पश्चात स्व प्रयास से पाकेट 10 कालका जी विस्तार के इस बंजर पार्क भूमि को हरा भरा करने का संकल्प लिया।

गत सितम्बर 2017 में उन्होंने क्षेत्रीय निगम पार्षद एवं स्थानीय आर.डब्लू.ए. को साथ लेकर काम प्रारम्भ किया और महीनों रोज़ाना इस पार्क में श्रमदान किया। मात्र दस माह में योगिता सिंह ने बंजर भूमि को एक सुन्दर डिजाइनर पार्क में बदल डाला है।

आज यह पार्क पूरे कालका जी क्षेत्र ही नहीं अपितु दक्षिण दिल्ली में सबसे सुन्दर पार्कों में एक होगा। उन सभी के लिये जो संसाधनों के अभाव का रोना रोते रहते हैं के लिये यह पार्क एक संदेश है की सद प्रयासों से कुछ भी सम्भव है। काश दिल्ली भर में हमारे जनप्रतिनिधि इससे प्रेरणा लेकर श्रमदान एवं स्व प्रयासों का महत्व समझें।

इस कार्य की विशेषता यह रही की एक बार जब योगिता सिंह के कार्य का प्रभाव सामने आने लगा तो क्षेत्रीय सांसद रमेश विधूड़ी, प्रदेश मंत्री विक्रम विधूड़ी, पार्षद सुमन विधूड़ी ने भी नगर निगम से सहयोग तो दिलवाया ही स्वंय भी श्रमदान किया।

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