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धूमधाम से मनाया परमवीर अब्दुल हमीद का शहादत दिवस, हजारों लोगों ने किया नमन

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रामचंद्र कुमार अंजाना, बोकारो थर्मल

बेरमो के सामाजिक संगठन शोषित मुक्ति वाहिनी ने सोमवार को परम वीर अब्दुल हमीद का 53 वां शहादत दिवस संविधान सम्मान यात्रा सह श्रद्धांजलि सभा के रूप में मनाया।इससे पूर्व संडे बाजार प्रधान कार्यालय से सम्मान यात्रा निकाली गई जिसमें लोगों ने हाथ में राष्ट्रीय झंडा लिए शहीद की याद मे नारा लगाते हुए फ्राइडे बाजार, चार नंबर होते हुए परम वीर अब्दुल हमीद चौक जरीडीह मोड़ पहुंचे जहां अतिथियों व यात्रा में शामिल लोगों ने परमवीर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।

श्रद्धांजलि सभा में मुख्य अतिथि रांची से आई समाजसेवी तारामणि देवी ने कहा कि परमवीर जैसे शहीदों की शहादत के कारण ही आज हम सुरक्षित हैं,कहा संविधान ने हमें कई अधिकार दिए परंतु आज हमें अपने ही मौलिक अधिकारों को पाने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है, अपने अधिकार की बात कहने पर देशद्रोही कहा जाता है, भूखे लोग अनाज मांग रहे हैं, बेरोजगार लोग रोजगार मांग रहे हैं, पलायन बढ़ा है, एक ओर सरकार कहती है की हम सारी सुविधाएं दे रहे हैं, परन्तु आज भी कई गरीबों के पास राशन कार्ड नहीं है, मनरेगा के तहत काम नहीं मिल रहे हैं, न्यूनतम मजदूरी से लोग वंचित हैं और दूसरे राज्यों में पलायन कर अपने परिवार से बिछड़ते जा रहे हैं ,आज लोकतंत्र को भीड़तंत्र बनाया जा रहा है, कहा संविधान जनता के लिए बना है ना कि नेताओं के लिए अच्छे नेता हैं आप तो आपको जनता की जरूरत है ना की पुलिस की।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जयद्रेज के नहीं आने पर उन्होंने उनका संदेश सुनाया और कहा संगठन के संघर्ष में वह उनके साथ हैं संविधान के समान अधिकार की लड़ाई में हमेशा साथ खड़े रहेंगे और जल्द ही बेरमो आएंगे। जिप सदस्य चिंता देवी ने कहा कि संविधान के साथ खिलवाड़ करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा, आज हमें देश की अस्मिता को बचाए रखने का संकल्प लेना है। समाजसेवी अनिल अग्रवाल व आर उनेश ने कहा कि दबे कुचले की आवाज को संगठन में हमेशा उठाने का काम किया है, बेरमो की धरती में शहीदों का सम्मान हम सबों के लिए गौरव की बात है, संगठन के सलाहकार सुबोध सिंह पवार ने लोगों को शपथ दिलाते हुए भारत के संविधान को, देश की एकता को, देश की जनता को बनाए रखने के लिए अपनी जान लगा देंगे की बात कही, पत्रकार राकेश वर्मा ने कहा कि परमवीर अब्दुल हमीद की शहादत से युवाओं को प्रेरणा लेने की जरूरत है, आज युवा भटकाव की ओर हैं उन्हें शहादत को याद दिलाते हुए देश के लिए कुछ कर गुजरने की नसीहत देने की जरूरत है।

सभा को सुबोध सिंह पवार,आर उनेश, अनिल अग्रवाल, मिनहाज मंजर, संगठन के महासचिव से वह चक्रवर्ती, अध्यक्ष मुन्ना सिंह, मुकेश सिन्हा, श्याम मुंडा, विजय कुमार भोई ने भी संबोधित किया।कार्यक्रम का संचालन सलाहकार जयनाथ ताती तथा धन्यवाद ज्ञापन कोषाध्यक्ष निर्मल नाग ने किया।
यह थे उपस्थित- जिप सदस्य चिंता देवी, समाजसेवी अफसाना, आर उनेश, अनिल अग्रवाल, मुखिया सुमंती देवी, इम्तियाज अंसारी, पसस शेर मोहम्मद, अजय भगत, मुन्ना सिंह, शिबू चक्रवर्ती, श्याम मुंडा, भारती देवी, विजय कुमार भोई, सीमा देवी, ज्योति कुमारी, सोनी कुमारी, निर्मल नाग, गणपत रविदास, अविनाश सिन्हा, प्रदीप कुमार, अमरावती देवी, उर्मिला देवी, राजेश पासवान, राकेश नायक, अजय झा, सुरेश भुईया, बाबू चंद किसकू, गुलबास अंसारी, मिनहाज , मनोज सिंह पवार, गणपत, विनोद राम, शेखर पासवान, विनोद सिंह पंवार, महेश रवानी, दिलीप श्रीवास्तव, सफीर उद्दीन, मुकेश सिन्हा, सरोज मास्टर सहित कई लोग उपस्थित थे।

क्रांतिकारी गीतों ने बांधा समां


श्रद्धांजलि सभा में शोमुवा लोक कला मंच के कलाकारों तथा ज्ञानदीप अभियान ट्रस्ट के छात्राओं ने कई क्रांतिकारी गीत प्रस्तुत किए मोहम्मद फराज़ व मदन सतनामी ने इसलिए राह हम संघर्ष के चुने…… कोई कहता है मंदिर को गिरा दो यारो, कोई कहता है माजिद को ढाह दो यारो…. वही खोरठा गायक सुकुमार ने भी गीत प्रस्तुत किया वही बच्चियों ने नागपुरी नृत्य प्रस्तुत किया।

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