रामचंद्र कुमार अंजाना, बोकारो थर्मल
आक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के तत्वाधान में स्थानीय संतपॉल मॉर्डन स्कूल में शिक्षकों के लिए कार्याशाला का आयोजन किया गया। कार्याशाला का उदघाटन बतौर अतिथि कोलकाता से आए आक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के प्रवक्ता इंद्रजीत सेनगुप्ता व प्राचार्या नीतिका गायकवाड़ ने दीप प्रज्जवलित कर किया।
कार्यशला में जानकारी देते हुए इंद्रजीत सेनगुप्ता ने कहा कि बच्चों की मानसिकता का अध्ययन करने के लिए हमें उनकी मनोभाव को समझना होगा। बच्चों को उनकी रूचि के अनुसार शिक्षा देना हमारी कर्तब्य है। कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में एक नया आयाम स्थापित करने में इस तरह के आयोजन का होना जरूरी है और यही शिक्षकों के लिए नये रास्ते बनाता है। कहा कि जब तक हम देश की वर्तमान समस्याओं का सुझाव सुझाने का मद्दा नहीं रखते तब तक हम वर्तमान के उपयोगी सिद्ध नहीं हो सकते। संस्कृत और संस्कृति के महत्व पर प्रकाश डालते हुए विद्यार्थियों को इससे जोड़ने की अपील शिक्षकों से की और शिक्षा के सन्दर्भ में सिखाने की कला का प्रयोग करने पर बल दिया।
प्राचार्या नीतिका गायकवाड़ ने कही कि कार्यशाला में शिक्षकों को पढाई के नये तकनीक को सीखकर बच्चों को उनके अनुरूप शिक्षा देना जरूरी है। शिक्षण एक ऐसा क्षेत्र है जो निरंतर सिखाने की प्रवृत्ति को जागृत रखता है हमें अपने विद्यार्थियों को आचरण से शिक्षा देते हुए उन्हें उच्चता के शिखरों पर आरोहण करने के लिए प्रेरित करना चाहिए। जब तक विद्यार्थियों में अपने शिक्षक के समान योग्यताएं न आ जाएं तब शिक्षक होने का उद्देश्य पूर्ण नहीं होता। कही कि कहा शिक्षक अपनी योग्यताओं का विकास करते हुए वर्तमान परिप्रेक्ष्य में जागरुक बना रहेए तभी वह विद्यार्थियों को भी सही दिशा धारा प्रदान कर पायेगा। कार्यशाला में स्कूल के सभी शिक्षक व शिक्षिकाऐं उपस्थित थी। धन्यवाद ज्ञापन प्रबंधक मधुकर गायकवाड़ व संचालन देवेंद्र प्रसाद यादव ने किया।