दीपक शर्मा, लोहाघाट
चंपावत जिले के दूरस्थ लधियाघाटी के भिंगराड़ा क्षेत्र के गांवों में आज भी मोबाइल सिग्नल नहीं मिलने से ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मोबाइल टावर की मांग को लेकर ग्रामीणों ने बुधवार को भिंगराड़ा में प्रदर्शन किया।
उन्होंने कहा कि भिंगराड़ा क्षेत्र की भिंगराड़ा, खरही, बालातड़ी, गड्यूड़ा, चल्थियां, तलाड़ी, वैला, भाट पिनाना तथा महर पिनाना आदि ग्राम पंचायतों में अभी तक मोबाइल सिग्नल पूरी तरह काम नही करता है।
इन ग्राम पंचायतों के केंद्र बिंदु भिंगराड़ा का ऊंचाई वाले स्थान दुर्गानगर में आइडिया, वोडाफोन, एयरटेल और बीएसएनएल में से किसी भी मोबाइल कंपनी का टावर लगाने की मांग की जा रही है। इन गांवों की आबादी लगभग चार हजार से भी अधिक है तथा अधिकांश मोबाइल उपभोक्ता है।
क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता दीपक शर्मा, चंद्रशेखर के अनुसार वर्तमान युग में मोबाइल ही एक ऐसी वस्तु है, जिसके बिना कोई काम नहीं होता है।
केंद्र सरकार की चलाई जा रही डिजिटल सेवा इन क्षेत्रों के लिये एक सपना मात्र साबित हो रही है। ग्रामीणों का कहना है कि भिंगराड़ा में कोई मोबाइल टावर नहीं है। जबकि यहां पर दशकों से इंटर कालेज, वन विभाग का रेंज कार्यालय, दो बैंक शाखाएं और कई व्यावसायिक दुकानें हैं। जिसमें इंटरनेट से संबंधित कार्य किए जाते हैं। भिंगराड़ा क्षेत्र मे मोबाइल टावर के सिग्नल न होने से सभी ऑनलाइन सेवाओं का उपयोग करने के लिये यहां के लोगों को 60 किलोमीटर दूर लोहाघाट, चंपावत और पाटी जाना पड़ता है। भिंगराड़ा में मोबाइल टावर नहीं होने से छोटे छोटे कामों के लिये व्यर्थ मे रुपये खर्च करने पड़ते हैं। क्षेत्रवासियों ने जिला प्रशासन और राज्य सरकार से इन गांवों के केंद्र बिंदु भिंगराड़ा मे मोबाइल टावर लगाने की मांग की है।