नीरज सिसौदिया, जालंधर
कुछ माह पूर्व पुडा के अधिकारियों ने जिन तीन अवैध कॉलोनियों पर डिच चलाई थी वह फिर से बनकर तैयार हो गई हैं. उनमें फिर से प्लॉटों का सौदा होने लगा है. ताजा मामला किशनगढ़ से करतार पुर रोड पर स्थित कॉलोनी और जमशेर खास में बिजली घर के पास स्थित तीन अवैध कॉलोनियों का सामने आया है.
बता दें कि इन अवैध कॉलोनियों पर जेडीए के तत्कालीन एस्टेट अफसर जयइंदर सिंह ने कार्रवाई करते हुए न सिर्फ डिच चलाई थी बल्कि इन पर अवैध कॉलोनी होने का बोर्ड भी लगाया था. वर्तमान में इन कॉलोनियों से बोर्ड भी हटा दिया गया है और तोड़ी गई सड़कें फिर से बनाकर निशानदेही भी कर ली गई है. अब यहां काफी प्लॉट बेचे भी जा चुके हैं लेकिन सरकारी खजाने में एक फूटी कौड़ी तक जमा नहीं हुई है. इन कॉलोनाइजरों पर एफआईआर दर्ज कराने की दिशा में भी पुडा की ओर से अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. पुडा के कुछ भ्रष्ट अधिकारियों की मिलीभगत से इस पूरे खेल को अंजाम दिया गया है. इन अधिकारियों की विजिलेंस जांच कराई जाए तो कई और चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं.
पुडा के अधिकारियों का काला खेल सिर्फ जालंधर तक ही सीमित नहीं है बल्कि होशियार पुर तक यह गोरखधंधा जोर शोर से चल रहा है. कैबिनेट मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा इस खेल पर अंकुश लगाने में पूरी तरह से नाकाम साबित हो रहे हैं. उन्हें नैतिकता के आधार पर अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए और कैप्टन अमरिंदर सिंह को भी किसी ऐसे मंत्री को यह जिम्मेदारी सौंपनी चाहिये जो सरकार के बचे हुए कार्यकाल में उसके खाली खजाने को भर सके. अगली किश्त में हम आपको ले चलेंगे होशियार पुर और बतायेंगे कि वो कौन सा दत्ता कॉलोनाइजर है जिसने वहां पुडा के अधिकारियों की मिलीभगत से अवैध कॉलोनी काटी और पुडा को करोड़ों रुपये के राजस्व की चपत लगाई. साथ ही यह भी खुलासा करेंगे कि किस एसडीओ नेे दिया उसका साथ? जाननेे के लिए पढ़ते रहें www.indiatime24.com.