बाबा मैं छोटी सी परी
कल को हो जाउंगी बड़ी
बन जाउंगी पराया
ये मुझे लोगों ने चिढ़ाया
बाबा आज खेलने दो मुझे
कल को छोड़ जाना है तुझे
बाबा कल को बदल जायेगी मेरे जीवन की नौका जब मुझको ले जाएगा एक हवा का झोंका
मैं नन्ही सी चिड़िया, उड़ जाऊंगी एक दिन
पता नहीं किस खोंते में पैर रखूंगी तेरे बिन
मां बता दे जब तुर जायेगी मेरी डोली
फिर कैसे बनाउंगी मैं तेरे घर रंगोली
कैसे मनाउंगी मैं तेरे संग होली
मां मुझको तू बचा ले इस दुनिया और रिश्ते नातों से
मैं हूं अभी नन्ही और हूं बिल्कुल भोली
– बेबी निष्ठा शर्मा