नीरज सिसौदिया, जालंधर
बिजली की आसमान छूती कीमतों के खिलाफ न्याय मोर्चा पंजाब ने मोर्चा खोल दिया है. मोर्चा के पदाधिकारियों मंगा ओबरॉय, राजू पहलवान का कहना है कि पहले से ही महंगाई की मार झेल रही जनता को कैप्टन सरकार ने बिजली का जो झटका दिया है उसने पंजाब वासियों को कर्ज में डुबो दिया है. छोटे दुकानदारों से लेकर बड़ी बड़ी इंडस्ट्री और फैक्ट्रियां बंदी के कगार पर पहुंच गई हैं. उद्योगपति अब बाहरी प्रदेशों का रूख करने की तैयारी कर रहे हैं. मंगा ओबरॉय ने कहा कि एक तरफ तो दिल्ली की केजरीवाल सरकार बिजली हाफ कर रही है, हरियाणा की भाजपा सरकार चार रुपये से छह रुपये में बिजली दे रही है वहीं पंजाब में दस रुपये यूनिट बिजली दी जा रही है. बिजली के ये झटके सरकार की नाकामी का सुबूत दे रहे हैं. कैप्टन सरकार से अब लोगों का भरोसा पूरी तरह से उठ चुका है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर बिजली की दरों में जल्द ही कमी नहीं की गई और लोगों के बेतहाशा आ रहे बिजली के बिलों को माफ नहीं किया गया तो न्याय मोर्चा पंजाब आने वाले दिनों में प्रदेश भर में कैप्टन सरकार के खिलाफ ढोल बजाकर उसे जगाने का प्रयास करेगा. अगर फिर भी सरकार नहीं जागेगी तो बड़े पैमाने पर आंदोलन किया जाएगा.
न्याय मोर्चा के पदाधिकारियों का कहना है कि बिजली महंगी होने के कारण बिजली की चोरी बढ़ रही है. महंगी बिजली के चलते रिश्वतखोरी को बढ़ावा मिल रहा है. इंडस्ट्रीज को दिए जाने कनेक्शन में बिजली अधिकारी हेरफेर कर रहे हैं. एलएसवी और एमएसवी कनेक्शन को लेकर हेरफेर किया जा रहा है. इससे सरकार के राजस्व को करोड़ों रुपये की चपत लग रही है.
बिजली की बढ़ती कीमतों के खिलाफ मोर्चा खोलने वालों में मंगा ओबरॉय, राजू पहलवान, अनिल राणा, परमिंदर सिंह काला, अरुण बॉबी आदि शामिल हैं.