बोकारो थर्मल। रामचंद्र कुमार अंजाना
सुहागिन महिलाओं के प्रमुख त्यौहारों में से एक सौभाग्य का व्रत तरतालिका तीज व्रत सोमवार को हर जगह संपन्न हुआ । सुहागिन महिलाओं ने निर्जला उपवास रखकर अपने पतियों के लंबी उम्र के लिए माता गौरी और भगवान शंकर की आराधना कर हरतालिका तीज व्रत किया ।
बेरमो कोयलांचल क्षेत्र के बोकारो थर्मल, गोबिंदपुर, पिपराडीह, कंजकिरो, नावाडीह, संडे बाजार, कुरपनिया, गांधीनगर, तीन नंबर, बैदकारो, फ्राइडे बाजार, चार नंबर, जरिडीह बाजार सहित अन्य सभी जगहों पर महिलाओं ने विधि-विधान के साथ मंदिरों एवं अपने घरों में हरतालिका तीज व्रत किया ।
महिलाओं ने स्नान कर, नए वस्त्र धारण कर और सोलह श्रृंगार कर व्रत को किया । व्रत पूजन हेतु महिलाओं ने काली मिट्टी एवं बालू से माता गौरी और भगवान शंकर की अपने हाथों से मूर्ति बनाई । जहां भगवान शंकर को बेलपत्र, शमी पत्र, केला पत्ता, तुलसी पत्ता, धतूरे का फल, जनेऊ, वस्त्र, फल फूल आदि चढ़ाया वहीं माता गौरी को सुहाग सामग्री मेंहदी, बिंदी, चूड़ी, काजल, बिछिया, सिंदूर, कुमकुम आदि चढ़ाया और पूजा अर्चना कर माता गौरी और भगवान शंकर से अपने पतियों के लंबी उम्र की कामना की ।
इस दौरान महिलाओं ने तीज व्रत के गीत जैसे- निर्जला उपास करि तीज त्यौहार, इहे मां के आशीर्वाद, हे शिव जी गौरा जैसन रखिहा अमर मोर सुहाग ।। सात फेरा होला सात जनम के, कबहुं न साथ छुटे बलम के, करि हे पूजनवा तोहार हे भोले बाबा, रखिहा सिंदुरवा के लाज आदि गीत गाया । पूजनोपरांत आरती की गई । तत्पश्चात महिलाओं ने एक-दूसरे को सिंदूर लगाया और अखंड सौभाग्यवती होने की कामना की ।