झारखण्ड

बोकारो थर्मल पहुंचे मेंबर टेक्निकल, टूटे ऐश पौंड का किया निरीक्षण, मरम्मत शुरू, 60 घंटे बाद प्लांट से होगा बिजली उत्पादन

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बोकारो थर्मल। रामचंद्र अंजाना
बेरमो अनंमुडल के बोकारो थर्मल नूरीनगर स्थित डीवीसी के टूटे एक नंबर ऐश पौंड मामले की जांच करने डीवीसी मुख्यालय कोलकाता से मेंबर टेक्निकल आरपी त्रिपाठी के नेतृत्व में एक टीम शुक्रवार को बोकारो थर्मल ऐश पौंड पहुंची। जांच टीम ने टूटे हुए ऐश पौंड सहित सेटलिंग पौंड, रिकवरी सिस्टम आदि का निरीक्षण कर जांच की तथा आवश्यक दिशा-निर्देश स्थानीय प्रोजेक्ट हेड कमलेश कुमार सहित डिप्टी चीफ सिविल अरुण कुमार को दी। गुरुवार की रात टूटे एक नंबर पौंड के नीचे बनाया गया सेटलिंग पौंड भी टूट गया। रात में पौंड़ में पड़ी दरार के स्थान से पूरा पौंड गिर पड़ा। इसके अलावा रिकवरी सिस्टम के समीप का पौंड भी एक नंबर पौंड से रिकवरी होकर आनेवाले लगातार ऐश युक्त पानी के कारण टूट कर गिर पड़ा। दोनों स्थानों पर पौंड़ के टूटने के कारण किसी भी प्रकार की जानमाल की कोई क्षति नहीं हुई। मेंबर टेक्निकल और ईडी प्रोजेक्ट के नेतृत्व में शुक्रवार को आयी जांच टीम के आने के बाद टूटे एक नंबर पौंड की मरम्मत कार्य डीवीसी के डिप्टी चीफ सिविल अरुण कुमार की देखरेख में शुरू करवाया गया। पौंड़ की मरम्मत कार्य के लिए मशिनों के अलावे मजदूरों को भी लगाया गया। बोरियों में भर कर रेत और छाई को भी टूटे हुए स्थान पर भरने का काम शुरू किया गया।

ईडी प्रोजेक्ट ने कहा-मामले की जांच करेगी कमेटी
बोकारो थर्मल स्थित डीवीसी के टूटे ऐश पौंड का निरीक्षण करने आये ईडी प्रोजेक्ट बीएन शाह ने कहा कि पौंड टूटने की घटना पर डीवीसी मुख्यालय काफी गंभीर है। बुधवार की रात पौंड़ टूटने के बाद पौंड में पानी के डिस्पोजल का काम बंद कर दिया गया था। पौंड़ कैसे और किन कारणों से टूटा इसकी जांच की जा रही है। बंद पड़े पावर प्लांट को चालू करना पहली प्राथमिकता है और तीन दिनों के अंदर एक यूनिट को चालू कर दिया जायेगा। दूसरी यूनिट को भी जल्द ही चालू कर दिया जायेगा।

पौंड को 6 फीट तक मिट्टी से बांधे जाने और दवाब से पौंड के टूटने के प्रश्न पर ईडी प्रोजेक्ट ने कहा कि सीसीएल के द्वारा छाई के उठाव पर रोक लगा देने के कारण प्लानिंग के तहत ही पौंड़ को मिट्टी से ऊंचा करने का काम किया गया था और इससे पौंड पर दवाब नहीं पड़ा है। मामले में डीवीसी के इंजीनियर की लापरवाही और कार्रवाई के प्रश्न पर ईडी ने कहा कि बोकारो थर्मल से कोलकाता जाने के बाद मामले को लेकर एक जांच कमेटी का गठन किया जायेगा। जांच कमेटी पौंड़ कैसे टूटा इसकी जांच कर रिपोर्ट सौंपेगी। मामले में दोषियों पर कार्रवाई की जायेगी।

छह फीट पानी में डूबा है रिकवरी पंप हाऊस और पैनल रूम
ऐश पौंड़ से पावर प्लांट को रिकवरी सिस्टम के तहत पानी की सप्लाई करनेवाला रिकवरी का पंप हाऊस छह फीट छाई युक्त पानी में डूबा हुआ है। पंप हाऊस के कई मोटर और एक बाइक भी छाई एवं मिट्टी में दबी हुई हैं। कोलकाता से आयी जांच टीम के आने के बाद पंप हाऊस से मजदूरों को लगा कर मिट्टी, छाई एवं पानी को निकालने का काम शुरू किया गया ताकि पानी के कारण खराब मोटरों की मरम्मत करवायी जा सके। इसी प्रकार रिकवरी के पैनल रूम में भी छह फीट पानी भरा हुआ है और सारा पैनल पानी में डूबा है।

डीवीसी के ऐश पौंड में सिविल एवं पावर प्लांट के इंजीनियरों की प्रतिदिन की रुटीन डयूटी है कि वे पौंड़ का चेकअप करें और किसी भी प्रकार के डैमेज को देख कर पौंड़ की मरम्मत करायें। पौंड से कई स्थानों पर विगत् पांच माह से पानी का रिसाव हो रहा था और रुटीन चेकअप करनेवाले इंजीनियरों का ध्यान इस ओर नहीं था। जांच के नाम पर इंजीनियर खानापूर्ति कर रहे थे।

कोनार नदी में लगातार जा रहा है छाईयुक्त पानी
डीवीसी के टूटे ऐश पौंड से सेटलिंग पौंड होकर रिकवरी सिस्टम के तहत ओवरफ्लो होकर छाईयुक्त गंदा पानी कोनार एवं दामोदर नदी में जाकर नदी के पानी को प्रदूषित कर रहा है।

सामान्य हो रहा जनजीवन
पौंड टूटने के बाद स्थानीय कारो स्पेशल फेज दो, निशन हाट झोपड़ पट्टी कॉलोनी तथा डीवीसी के एचएमटी कॉलोनी के प्रभावित लोगों का जनजीवन शुक्रवार को सामान्य होता दिखा। डीवीसी प्रबंधन के द्वारा मुआवजा के नाम पर महज खानापूर्ति की कार्रवाई को लेकर लोगों में काफी आक्रोश भी देखने को मिल रहा है। कॉलोनी के प्रभावित लोगों का कहना था कि यह फौरी राहत थी न कि मुआवजा। उनका कहना था कि डीवीसी के अधिकारियों एवं इंजीनियरों की लापरवाही के कारण उनका सारा सामान बरबाद हो गया एवं घर क्षतिग्रस्त हो गया।

जांच टीम में मेंबर टेक्निकल आरपी त्रिपाठी के अलावे ईडी प्रोजेक्ट बीएन शाह, मुख्य अभियंता मो. यासीन सहित सिविल के कई अभियंता, स्थानीय प्रोजेक्ट हेड कमलेश कुमार, डिप्टी चीफ सिविल अरुण कुमार, टी अकबर, वीएन शर्मा, ईई बंधन राय, एसडीई मनोज कुमार आदि शामिल थे।

प्रभावित परिवारों को पांच-पांच हजार रुपए की सहायता मिली
ऐश पौंड़ की कहर से प्रभावित 46 परिवारों को पांच-पांच हजार रूपए की मदद स्थानीय थाना में जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में दिया गया। इससे पहले पावर प्लांट में बेरमो सीओ मनोज कुमार, इंस्पेक्टर उमेश कुमार ने डीवीसी के अपर निदेशक नीरज सिन्हा, संयुक्त निदेशक दिलीप कुमार, उप निदेशक सुनील कुमार के साथ वार्ता की। इसमें सहायता राशि देने कर निर्णय लिया गया। प्रभावित डीवीसी के 20 कामगारों के परिवारों के लिए डीवीसी प्रबंधन अलग से व्यवस्था करेगी।

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