नीरज सिसौदिया, नई दिल्ली
कोरोना के प्रकोप के चलते राजधानी दिल्ली में अन्य बीमारियों के मरीजों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. संकट की इस घड़ी में दिल्ली के कुछ अस्पताल मरीजों के साथ बदतर व्यवहार कर रहे हैं. उन्हें इलाज देना तो दूर भर्ती तक नहीं किया जा रहा है. ऐसा ही एक मामला रोहिणी के अग्रसेन अस्पताल का सामने आया. यहां दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आदेशों को ठेंगा दिखाते हुए अस्पताल ने एक मरीज को भर्ती करने से ही इनकार कर दिया. मामला केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर तक पहुंचा. अनुराग ठाकुर ने इस संबंध में ट्वीट किया तब जाकर मरीज को भर्ती किया गया.
बताया जाता है कि रोहिणी के रहने वाले 65 वर्षीय ललित गुप्ता डायबिटीज के मरीज हैं. उन्हें 104 डिग्री बुखार था. उनका ऑक्सीजन लेवल 60 प्रतिशत पहुंच गया था और उनकी कोरोना जांच रिपोर्ट नहीं आई थी. रविवार को उन्हें गंभीर हालत में महाराजा अग्रसेन हास्पिटल, सेक्टर 22 रोहिणी ले जाया गया. लेकिन वहां डॉक्टरों ने उन्हें भर्ती करने से मना कर दिया. इसके बाद ललित गुप्ता वहीं जबरदस्ती बैठ गए. ललित गुप्ता की इस बेबसी को देखकर डॉक्टर संदीप मित्तल नाम के एक व्यक्ति को उन पर तरस आया तो उन्होंने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और अन्य को टैग करते हुए एक ट्वीट किया. ट्वीट के जरिए उन्होंने ललित गुप्ता की हालत बयां की और उनकी मदद की गुहार लगाई. इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई. इस ट्वीट को देख केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर भड़क गए और पूरी जानकारी लेने के बाद सरकार को घेरा. अनुराग ठाकुर के हस्तक्षेप के बाद मामला सुलझा और ललित गुप्ता का इलाज शुरू हो सका. इन परिस्थितियों में जब सबने ललित गुप्ता का साथ छोड़ दिया तो अनुराग ठाकुर उनके लिए मसीहा साबित हुए.
इस संबंध में जब अस्पताल के प्रेसीडेंट अशोक गुप्ता से बात की गई तो उन्होंने कहा कि अस्पताल हर मरीज की देखभाल अच्छी तरह से कर रहा है. कोरोना काल में हमारा अस्पताल अग्रणी भूमिका निभा रहा है. हर मरीज को सही उपचार दिया जा रहा है. किसी भी मरीज के साथ अस्पताल की ओर से कोई भेदभाव नहीं किया जाता.