नीरज सिसौदिया, जालंधर
नगर निगम की ओर से लगभग चार करोड़ रुपए के ठेके शहर के 80 वार्डों में बंद पड़ी स्ट्रीट लाइटों की मेंटेनेंस के लिए दिए गए थे. 80 वार्डों की लाइटों की मेंटेनेंस का जिम्मा पांच ठेकेदारों को सौंपा गया है. इसके बावजूद मेंटेनेंस का काम अधर में लटका हुआ है. इसके विरोध में स्ट्रीट लाइट कमेटी के सदस्य पार्षदों ने अफसरों पर ठेकेदारों से मिलीभगत का आरोप लगाते हुए बैठक का बहिष्कार तक कर दिया था. अब वार्ड नंबर 61 की कांग्रेस पार्षद रिशमा खोसला के पति माइक खोसला ने कमेटी के चेयरमैन मनदीप कौर मुल्तानी के पति गुरनाम सिंह मुल्तानी पर गंभीर आरोप लगाए हैं. माइक खोसला ने कहा कि चेयरमैन पति के कारण शहर की स्ट्रीट लाइटों की मेंटेनेंस का प्रोजेक्ट लटका हुआ है. उन्होंने कहा कि चेयरमैन पति ठेकेदारों और निगम अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर जनता के पैसे को हजम करना चाहते हैं. कहा कि चार करोड़ रुपए के इस प्रोजेक्ट के तहत हर वार्ड में पांच लाख रुपये से स्ट्रीट लाइटों की मेंटेनेंस का काम किया जाना है लेकिन चेयरमैन की मनमानी के कारण इस पर अमल नहीं हो पा रहा है.
बता दें कि इस प्रोजेक्ट पर पहले भी सवाल खड़े हो चुके हैं. अब एक बार फिर चेयरमैन की कार्यप्रणाली भी सवालों के घेरे में आ गई है.
बता दें कि नगर निगम का ओएंडएम डिपार्टमेंट लगातार भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरता जा रहा है. कुछ समय पहले एलईडी प्रोजेक्ट को लेकर सवाल खड़े किए गए और अंत में इसके टेंडर ही रद करने पड़े. अब स्ट्रीट लाइट के मेंटेनेंस के टेंडर होने के बाद चेयरमैन पति, ठेकेदारों और अधिकारियों पर साठगांठ के आरोप लगने लगे हैं. ऐसे में शहर को रोशन करने वाला यह प्रोजेक्ट खुद ही भ्रष्टाचार के अंधेरों में घिरता जा रहा है.
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