नीरज सिसौदिया, नई दिल्ली
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्य विक्रम सिंह रोहिणी, ओंकार सिंह राजा, जसमेन सिंह नोनी ने कहा कि मनजीत सिंह जी.के की जुंडली द्वारा गुरु घरों को बदनाम करने के मंशा से कमेटी के मुलाजिमों पर लगाये गये बेबुनियाद, घटिया व सियासत से प्रेरित इलजामों के झूठ का पुलिंदा मुलाजिमों ने कल प्रैस कांफ्रेंस कर बेनकाब कर दिया है व साबित कर दिया है कि मुलाजिमाें पर लगाये गये दोष सिर्फ साजिश का हिस्सा हैं, यह वही मुलाजिम हैं जिन्होंने मनजीत सिंह जीके का गोलक चोरी में साथ नहीं दिया और दूसरी तरफ मनजीत सिंह जी.के पर गोलक चोरी के लगे दोषों व उन पर चल रहे केस के बारे में अभी तक जी.के ने चुप्पी साध रखी है।
इन सदस्यों ने कहा कि दिल्ली की सारी संगत मनजीत सिंह जी.के से यह जानना चाहती है कि उन्होंने गुरु घर की गोलक लूटने का घृणात्मक कार्य क्यों किया? उन्होंने कहा कि मनजीत सिंह जी.के ने ना सिर्फ विदेशों में घुमते हुए सिखी के खिलाफ प्रचार किया बल्कि सिख संगत द्वारा चुना हुआ एक नुमाईंदा होने के बावजूद गुरु की गोलक को लूटने का जघन्य अपराध किया।
इन कमेटी सदस्यों ने कहा कि मनजीत सिंह जी.के की सियासी गतिविधियों का आधार ही गोलक चोरी है इसके लिए उनसे किसी अच्छे कार्य की आशा कैसे की जा सकती है। उन्होंने कहा कि मनजीत सिंह जी.के ने कांग्रेस की झोली पकड़ने वाले परमजीत सिंह सरना से नई दोस्ती डाली है व अब उनके द्वारा गुरु घरों को बदनाम करने के लिए चलाई गई मुहिम असली में कांग्रेस पार्टी के ईशारे पर चलाई गई मुहिम प्रतीत हो रही हैं उन्होंने कहा कि दो दिन पहले जी.के द्वारा सिखों के लिए सर्वोच्च संस्था श्री अकाल तख्त साहिब व जथेदार श्री अकाल तख्त साहिब पर भी हमला बोला गया था। उन्होंने कहा कि कोई भी सिख कभी भी श्री अकाल तख्त साहिब के विपरीत सोच ही नहीं सकता पर जी.के ने श्री अकाल तख्त साहिब पर उसी तरीके से शाब्दिक हमला बोला है जैसे कांग्रेस पार्टी ने टैंकें व तोपों से हमला बोला था। उन्होंने कहा कि दोनों हमलों का मकसद सिर्फ एक ही था कि श्री अकाल तख्त साहिब को ढहाया जाये।
इन कमेटी सदस्यों ने जी.के को कहा कि वह सिख संस्थाओं को बदनाम करने के लिए कांग्रेस की कठपुतली के रूप में काम कर रहे हैं। उनहोंने कहा कि जी.के ऐसा कुछ क्यांे कर रहा है और गुरु घरों की लूट क्यों की थी, यह सच्चाई संगत को बतानी चाहिए।