नई दिल्ली : नेशनल रिक्रूटमेंट एजेंसी की स्थापना निश्चित तौर पर सरकारी भर्तियों की तैयारी करने वाले छात्रों के हित मे है। युवा हल्ला सरकार के इस फैसले का स्वागत करता है। केंद्र सरकार की ग्रुप बी व ग्रुप सी की सभी भर्तियों के लिए होने वाला कॉमन एलजीबीटी टेस्ट छात्रों के ऊपर पड़ने वाले हजारों परीक्षाओं के बोझ को कम करेगा।
युवा हल्ला बोल अपने चार्टर ऑफ डिमांड में सरकारी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों के हित में ‘एक सरकारी एजेंसी द्वारा परीक्षा’ की मांग करता आया है। इस फैसले की स्वागत योग्य बातें निम्नलिखित हैं:
• एक ही जैसे सिलेबस वाली होने वाली अलग-अलग भर्तियों की अलग-अलग परीक्षाओं से छात्र बचेंगे
• अपने नज़दीकी जिले सुविधा अनुसार परीक्षा केंद्र होने से एग्जाम के नाम पर हजारों किलोमीटर की यात्रा से बचेंगे
• 24/7 ग्रीवांस पोर्टल से छात्रों की मदद होगी
लेकिन हमारी चिंता जिससे इस एजेंसी के सफल होने में मुश्किल आ सकती है। कुछ सवाल :
• *ऑनलाइन परीक्षा प्राइवेट सॉफ्टवेयर कंपनियां कराती है, पूर्व में देखा गया है कि उन्ही कंपनियो के कर्मचारी पेपर लीक और रिजल्ट में फेरबदल में शामिल होते है। ऐसे में अगर NRA भी प्राइवेट सॉफ्टवेयर से परीक्षा कराएगा तो धांधली कैसे रुकेगी?*
• *NRA के तहत Tier-1 की परीक्षा कराई जाएगी, लेकिन अधिकतम ग्रुप-B और C की परीक्षाओं में Tier-1 के आगे भी कई परीक्षा होती है, ऐसे में Tier-1 के बाद वापस परीक्षा कराने का ज़िम्मेदारी अन्य रिक्रूटमेंट बोर्ड की हो जाएगी तो इससे समय में देरी और धांधली कैसे रुकेगी?*
• *SSC और IBPS जैसे संस्थानों के अपने कैलेंडर होते थे, NRA आने के बाद उस कैलेंडर में CET को कैसे फ़ीट कर पाएंगे।*
• *कार्मिक मंत्रालय के 2016 नोटिस के अनुसार किसी भी सीधी भर्ती को 6 महीने में पूरा किया जाना चाहिए, ऐसे में क्या NRA इसको सुनिश्चित कर पाएगा?*
• *CET की परीक्षा करवाने की जिम्मेदारी अगर किसी प्राइवेट वेंडर को दिया गया तो वो भ्रष्टाचार के भेंट चढ़ जाएगी, ऐसे में सरकार के पास क्या अपना कोई सिस्टम है जो इस परीक्षा को करवा पाए।*
युवा हल्ला बोल सरकार को इन सवालों पर गंभीरता से विचारने की सलाह देती है। हम NRA के सफल होने की कामना करते हैं।