झारखण्ड

ऊपरघाट के हरलाडीह हाई स्कूल में शहीद कैलाश महतो के 45 वीं शहादत दिवस मनाया गया

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बोकारो थर्मल। रामचंद्र कुमार अंजाना 
नावाडीह प्रखंड अतंगर्त ऊपरघाट के हरलाडीह स्थित कैलाश महतो स्माकर हाई स्कूल प्रांगण में रविवार को शहीद कैलाश महतो का 45 वीं शहादत दिवस मनाया गया। शहादत दिवस का शुभारंभ हजारीबाग के पूर्व सांसद सह भाकपा के राज्य सचिव भुवनेश्वर प्रसाद मेहता, यूसीडब्लूयू के महामंत्री लखनलाल महतो, बोकारो जिला सचिव पंचानन महतो, राज्य परिषद सदस्य गणेश प्रसाद महतो और स्व. कैलाश महतो की बेवा रूपम देवी, पुत्र रोहित महतो, दुर्योधन महतो, भरत महतो व भागीरथ महतो ने आदमकद प्रतिमा पर पूष्प अर्पित कर किया। शहादत समारोह को संबोधित करते हुए हजारीबाग के पूर्व सांसद सह भाकपा के राज्य सचिव भुवनेश्वर प्रसाद मेहता ने कहा कि आज हम बहुत ही चुनौती भरे खतरनाक दौर का सामना कर रहे है। ऐसा दौर हिंदुस्तान में पहले कभी नहीं आया था। जो हालात भाजपा ने अपने शासन के दौरान पैदा किए हैं, वे बहुत ही खतरनाक हैं। देश में साम्प्रदायिक हिंसा और नफरत के साथ-साथ जबर्दस्त दलित विरोधी माहौल बना रखा है। आज जनता को नोटबंदी और जीएसटी से उपजी भयंकर बेरोजगारी, भुखमरी, महंगाई का तो सामना करना ही पड़ रहा है, साथ ही उनकी बैंक से जमा पूंजी के लूटे जाने का आतंक भी सामने आ गया है। लोगों को असुरक्षा और हिंसा के डरावने माहौल में जीने के लिए विवश किया जा रहा है। कहा कि ऊपरघाट के जनता को कैलाश महतो के शहादत को भली भांति समझना होगा। उनके विचारों और वसूलों का आत्मसात भाकपाईयों के साथ-साथ आमलोगों को भी करना होगा। तभी उनके प्रति सच्ची श्रद्वांजलि होगी। यूसीडब्लूयू के महांमत्री लखनलाल महतो ने कहा कि इस फासीवाद विरोधी लड़ाई का सारा दारोमदार वामपंथी ताकतों, और खासकर भाकपा की अगुआई में लड़ी गयी और आगे भी लड़ी जाएगी। भाजपाई फासीवाद के विरोध में तमाम जनसमुदाय को संघर्ष के मैदान में उतारने का हिम्मत करनी होगी। जो भी ताकतें फासीवाद के खिलाफ संघर्ष में उठ खड़े होंगे, भाकपा सबसे आगे बढ़कर उनके साथ खड़ी होगी। कामरेड कैलाश महतो की भाषा में, भाकपा के नेतागण सबसे आगे बढ़कर गोली खाने को, कुर्बानी देने को तैयार रहेंगे। जिला मंत्री पंचानन महतो व राज्य परिसद सदस्य गणेश प्रसाद महतो ने कहा कि कामरेड कैलाश महतो को याद करने का मतलब होता है चुनौतियों के सामने उठ खड़ा होना, क्योंकि उनकी याद हमको लड़ने की प्रेरणा देती है। एक तरफ कारपोरेट समिट हो रहे हैं, दूसरी तरह एक बाप अपने मरे हुए बेटे की लाश को कंधे में ढोकर ले जाने को मजबूर होता है। ऊपरघाट उग्रवाद का दंश झेल रहा है। किसानों की हालात बदतर है। यहां हर रोज प्रवासी मजदूरों की लाशें आती हैं, मगर उनके लिए एक अदद गाड़ी का प्रबंध नहीं है, कोई ट्रामा सेंटर नहीं है। राज्य में कोई प्रवासी नीति तक नहीं बनी है। समारोह को इसके अलावे चंद्रशेखर झा, सुजीत कुमार घोष, गणेश प्रसाद महतो, जिप सदस्य टिकैत कुमार महतो, मो. शाहजहां, नुनूचंद महतो, धानेश्वर विधार्थी, ईश्वर ठाकुर, रीतलाल महतो, भीमलाल महतो, मुखिया भेखलाल महतो, कन्हाई शर्मा, पंसस जगरनाथ महतो आदि संबोधित किया। इस मौके पर अनंतलाल महतो, यूसुफ अंसारी, सुदर मिर्धा, मिसरीलाल महतो, रामकिशुन महतो, महेंद्र मुंडा, अब्दुल कासीम, अमृत महतो, हाजीत अंसारी, सुनील कुमार, लाल मोहन तुरी, कार्तिक महतो, अमरू महतो, देवेंद्र महतो,खगेंद्र कुमार महतो, श्यामसुंदर महतो सहित हजारीबाग, बोकारो और गिरीडीह से सैकड़ों भाकपाई उपस्थित थे।

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