नीरज सिसौदिया, बरेली
कुछ लोग सियासत सिर्फ अपने फायदे के लिए करते हैं और कुछ लोग समाजसेवा के लिए इसे जिंदगी का मकसद बना लेते हैं| आज हम आपको बताने जा रहे हैं एक ऐसे ही पार्षद के बारे में जो कड़ाके की ठंड में भी सुबह-सुबह रजाई से निकलकर अपने वार्ड का गोबर तक साफ करवाता है| इसका मकसद सिर्फ इतना है कि गोबर और जाम नालियों के चलते वार्ड वासियों को किसी तरह की तकलीफ का सामना ना करना पड़े| जी हां कुछ ऐसा ही व्यक्तित्व है भाजपा के पार्षद सतीश चंद्र सक्सेना मम्मा कातिब का.
यही वजह है कि मम्मा कातिब जब से पार्षद बने हैं तब से कभी भी नगर निगम का चुनाव नहीं हारे| कभी मम्मा तो कभी उनकी पत्नी लगातार पार्षद बनते आ रहे हैं| पिछले कई दिनों से मम्मा लगातार वार्ड की समस्याओं को लेकर जूझ रहे हैं| कुछ दिन पहले ही सीवर खुदाई के चलते 100 फुटा रोड में जब पानी की पाइप लाइन टूट गई थी तो मम्मा कातिब ने दिन-रात खड़े होकर अपने सामने ही पाइप लाइन ठीक कराई थी| पिछले कुछ दिनों से मम्मा कातिब के वार्ड में नगर निगम की अवैध डेयरियों के गोबर के चलते गंदगी का अंबार लग गया था| इसके बाद मम्मा के संज्ञान में जब यह मामला आया तो उन्होंने सफाई करवानी शुरू की| इसी कड़ी में शनिवार की सुबह जब लोग कड़ाके की ठंड के कारण रजाई में दुबके हुए थे तो मम्मा नालियां और गोबर साफ करवाते नजर आए.
बता दें कि लगभग तीन दशक से भी अधिक समय से सभासद का चुनाव जीतते आ रहे हैं.