नीरज सिसौदिया, बरेली
भाजपा पार्षद और बरेली विकास प्राधिकरण के सदस्य सतीश चंद्र सक्सेना उर्फ मम्मा कातिब ने आज लखनऊ में प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह से उनके आवास पर मुलाकात की. साथ ही उन्हें एक पत्र भी सौंपा. प्रदेश अध्यक्ष के साथ मम्मा की मुलाकात एक ऐसे समय हुई है जब मम्मा का नाम विधानसभा चुनाव के प्रबल दावेदारों में लिया जा रहा है. हालांकि सिटिंग विधायक अरुण कुमार का टिकट काटना आसान नहीं होगा लेकिन सियासत में कुछ भी नामुमकिन नहीं होता. मम्मा दावेदार तो हैं ही, उम्मीदवार भी हो सकते हैं. प्रदेश अध्यक्ष के साथ बढ़ती मम्मा की नजदीकियां कई सवाल खड़े कर रही हैं. पंचायत चुनाव के तुरंत बाद विधानसभा की तैयारियां चरम पर होंगी. शायद यही वजह है कि सियासतदानों ने अभी से गोटियां सेट करनी शुरू कर दी हैं.
मम्मा और स्वतंत्र देव की मुलाकात भी इसी कड़ी का हिस्सा हो सकते हैं. इस मुलाकात के कई मायने लगाए जा रहे हैं. सियासी सूत्रों का कहना है कि मम्मा अपनी दावेदारी को लेकर स्वतंत्र देव से आश्वासन लेने गए हैं. संभव है कि वह सुनील बंसल से भी मुलाकात करें. अगर ऐसा होता है तो निश्चित तौर पर अरुण कुमार की कुर्सी खतरे में पड़ सकती है. चूंकि भाजपा 75+ के फैक्टर पर काम कर रही है जिसके तहत 75 साल से अधिक की उम्र वाले नेता चुनावी मैदान में नहीं उतारे जाएंगे. वे केवल मार्गदर्शक की भूमिका में ही रखे जाएंगे. अरुण कुमार अभी 75 के तो नहीं हुए पर चुनाव आते-आते 74 के जरूर हो जाएंगे. ऐसे में माना जा रहा है कि भाजपा उनकी जगह किसी नए चेहरे को मौका दे सकती है.