हालात चाहे कितने खराब हों,
पर रोया नहीं करते।
कभी भी जोश और होश को,
यूँ ही खोया नहीं करते।।
ईश्वर भी सहयोग करते हैं,
कर्मशील व्यक्ति को।
जबअवसर दरवाजा खटखटाये,
तब सोया नहीं करते।।
होना है सफल तो आदमी में,
बेइंतिहा लगन होनी चाहिये।
दिल दिमाग आत्मा तक भी,
काम में मगन होनी चाहिये।।
बढ़ने की अगन हो खूब मन,
मस्तिष्क में भरी हुई।
चेहरे और आँखों में जीत और,
जीत की चमक होनी चाहिये।।
कामयाबी के सफर में मुश्किल,
धूप भी बहुत होती है।
होती नहीं छाँव और दुश्वारी,
भी बहुत खूब होती है।।
वही होते सफल जिन्हें बिखर कर,
भी निखारना है आता।
जो हारते नहीं मन तो रुकावट भी,
जीत का रूप होती है।।
-एस के कपूर “श्री हंस”
मो. 9897071046
8218685464