नीरज सिसौदिया, बरेली
बरेली में इन दिनों भाजपा पार्षद और विधायक की खींचतान चर्चा में है. पार्षद लगातार विधायक को फोन कर मिलने का समय मांग रहे हैं पर विधायक जी के पास अपनी ही पार्टी के पार्षद से मिलने का समय देना तो दूर कॉल बैक करने तक का समय नहीं है. विधायक जी की अनदेखी से पार्षद व्यथित तो हैं पर मोर्चा छोड़ने को तैयार नहीं हैं. मामला वार्ड नंबर 23 के भाजपा पार्षद सतीश चंद्र सक्सेना कातिब मम्मा और और शहर विधायक डा. अरुण कुमार के बीच का है. इस बार मामला बंदरों के आतंक से निजात दिलाने का है.
वैसे तो यह शीत युद्ध उसी दिन से शुरू हो गया था जिस दिन मम्मा ने किसी पार्षद को विधानसभा चुनाव का टिकट देने की मांग उठाई थी. हाल ही में जब मनोहर भूषण इंटर कॉलेज में कोरोना जांच कैंप के दौरान किट खत्म होने को लेकर हंगामा हुआ था तो सतीश चंद्र सक्सेना कातिब मम्मा ने विधायक को फोन कर मिलने का समय मांगा था लेकिन विधायक जी ने आज तक मिलने का समय नहीं दिया. अबकी बार मम्मा ने इलाके में बंदरों के आतंक का मुद्दा उठाया है. उन्होंने विधायक को संबोधित पत्र में लिखा है कि जनहित में आपसे निवेदन बरेली शहर में आपकी विधानसभा क्षेत्र के अंदर और उसके आसपास के क्षेत्रों में बंदरों का भयंकर प्रकोप है जिसके कारण लोगों को आर्थिक क्षति भी होती है. बंदरों के भयंकर रूप से लड़ने के कारण और जनता को इनके द्वारा प्रताड़ित करने से बड़ी परेशानी हो रही है जिसका निदान होना नितांत अनिवार्य है. मम्मा ने आगे लिखा, ‘इस संबंध में मैंने आपको कल भी और आज प्रातः काल भी आपके मोबाइल पर फोन किया था परंतु आपकी व्यस्तता के कारण न तो फोन उठा और न ही आपने वापस मुझे फोन किया. अतः जनहित में मेरा आपसे निवेदन है कि इस समस्या का समाधान करवाने हेतु सहयोग करने की कृपा करें जिससे कि आम जनता को बंदरों के प्रकोप से राहत मिल सके.आपसे पुनः निवेदन इस समस्या का समाधान कराने हेतु उचित निर्देश शासन प्रशासन को पारित करने और करवाने की कृपा करें.’
सतीश चंद्र सक्सेना कातिब मम्मा ने महानगर अध्यक्ष डा. केएम अरोड़ा को भी इसकी प्रतिलिपि भेजी है. साथ ही महापौर, मंडल आयुक्त, जिलाधिकारी, नगर आयुक्त, नगर स्वास्थ्य अधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं केंद्रीय राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार संतोष गंगवार के स्वस्थ न होने के कारण उनके निजी सचिव आलोक सेठ को भी प्रतिलिपि प्रेषित की है.इस संबंध में जब विधायक डा. अरुण कुमार से संपर्क करने का प्रयास किया गया तो उनसे संपर्क नहीं हो सका. अगर वह चाहें तो मोबाइल नंबर 7528022520 पर फोन कर अपना पक्ष दे सकते हैं. हम उसे भी प्रमुखता से प्रकाशित करेंगे.
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