बोकारो थर्मल। रामचंद्र कुमार अंजाना
कोरोनाकाल की दूसरी लहर में डीवीसी की बिजली उत्पादन में गिरावट आ गयी है। डीवीसी के सातों परियोजनाओं सहित हाइडल प्लांटों से 4508 मेगावाट बिजली की उत्पादन की जा रहीं है। जिसमें बोकारो थर्मल के ए प्लांट से 500 मेगावाट बिजली की उत्पादन की जा रहीं है। डीवीसी की कुल क्षमता 7107.2 मेगावाट है। कोरोनाकाल में उत्पादन में गिरावट की मुख्य वजह तकनीकी गड़बड़ी को बताया है। देश में कोरोना वायरस को लेकर लॉकडाउन के कारण प्लांट में अधिकारी, कर्मचारी व कामगार भी कम आ रहे हैं। इसका भी एक प्रमुख कारण अधिकारी मानते है।
प्रबंधन ने कहा: डीवीसी के प्रभारी प्रोजेक्ट हेड सह चीफ इंजीनियर अभिमन्यु प्रसाद सिंह का कहना है कि बिजली का डिमांड पर प्लांटों से बिजली किया जा रहा है, डिमांड बढ़ने के बाद उत्पादन में बढ़ोत्तरी की जा रही है।
बिजली की कहां-कहां आपूर्ति
डीवीसी की बिजली बंगलादेश के अलावा दिल्ली, मुंबई, बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा, पंजाब सहित रेलवे, कोल इंडिया, सेल, टाटा व जिदंल स्टील, दिल्ली डिस्कोम्स तथा निजी कल-करखानों को आपूर्ति की जाती है।
कोरोना काल में हुई प्रोजेक्ट हेड की मौत, सहम गए है अधिकारी, कर्मचारी और कामगार
बीटीपीएस के प्रोजेक्ट हेड सुप्रीयो गुप्ता की मौत कोरोना से 11 अप्रैल की होेने के बाद प्लांट के अधिकारी, कर्मचारी और कामगार सहम गए है। इसके अलावे चीफ इंजीनियर एपी सिंह के पीए सावन महराजन, लेखापाल स्वपन राय की भी मौत हो गयी। जिससे प्लांट में कई अधिकारी, कर्मचारी और कामगार भी प्लांट आने-जाने से डरने लगे। मुख्यालय के आदेश पर कार्यस्थल पर 50 फीसदी मैनपावर कम कर दिया गया है। ऐसे विधुत नगरी में डीवीसी कर्मी, गैर डीवीसी कर्मी, रिटाइड डीवीसीकर्मी सहित सीसीएल के एक कर्मचारी सहित 41 लोगों की जान कोरोना की दूसरी लहर में गयी है।