नीरज सिसौदिया, बरेली
कोरोना काल में मरीजों को लूटने वाले विनायक अस्पताल के मालिक अनुपम कपूर के खिलाफ डीएम और मुख्यमंत्री कार्रवाई क्यों नहीं करते इसका जवाब देना होगा. जनता को लूटने की छूट किसी को भी नहीं होनी चाहिए फिर चाहे वह कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना के करीबी भाजपा नेता अनुपम कपूर हो या कोई और. अगर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने अभी भी अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई नहीं की तो न्यायालय में गुहार लगाई जाएगी और आखिरी सांस तक जनता के हितों की लड़ाई लड़ने से पीछे नहीं हटेंगे. उक्त बातें समाजवादी पार्टी के पूर्व जिला महासचिव एवं जिला सहकारी संघ के पूर्व चेयरमैन महेश पांडेय ने कहीं.
महेश पांडेय ने कहा कि बरेली का विनायक अस्पताल प्रबंधन खुलेआम मरीजों को लूट रहा है जिसका उदाहरण पिछले दिनों देखने को मिला था. मरीजों से सरकार द्वारा निर्धारित राशि से भी अधिक बिल वसूला जा रहा है. पहले तो इसे कंप्यूटर की गड़बड़ी बता कर रफा-दफा कर दिया गया लेकिन बाद में दो अन्य बिल भी सामने आए जिसमें स्पष्ट था कि विनायक अस्पताल के संचालक अनुपम कपूर की ओर से जनता को खुलेआम लूटा जा रहा है और मनमाने पैसे वसूले जा रहे हैं. इसके बावजूद मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने अब तक अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है. उन्होंने कहा कि सीएमओ को खुद उन्होंने लिखित में शिकायत की थी इसके बावजूद सीएमओ इस मामले को दबा गए. महेश पांडेय ने कहा कि अनुपम कपूर कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना के करीबी हैं और इस अस्पताल का उद्घाटन भी सुरेश खन्ना ने ही किया था लेकिन क्या उन्होंने जनता को लूटने की खुली छूट अनुपम कपूर को दे दी है? इस वजह से न तो इसके खिलाफ जिलाधिकारी नितीश कुमार कोई कार्रवाई कर रहे हैं, न ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एसके गर्ग कोई कार्रवाई कर रहे हैं और न ही मुख्यमंत्री ऐसे अस्पताल के खिलाफ कोई कार्रवाई कर रहे हैं. महेश पांडेय ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द ही कार्रवाई नहीं की गई तो वह न्यायालय की शरण में जाएंगे और सड़कों पर उतरकर आंदोलन भी करेंगे. उन्होंने कहा कि चाहे मंत्री का करीबी हो या मुख्यमंत्री खुद हो, जनता के हितों से खिलवाड़ करने का अधिकार किसी को नहीं है. आज यह व्यापारी जनता को लूट रहे हैं. इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. प्रशासन जनता के सब्र का इम्तिहान न ले, जनता को हथियार उठाने पर मजबूर न करे. कोरोना काल में लाचार जनता को इस कदर लूटना गंभीर अपराध है जिसकी कड़ी से कड़ी सजा विनायक अस्पताल के संचालक अनुपम कपूर को मिलनी चाहिए.