इंटरव्यू

एक्सक्लूसिव : जो 32 वर्षों में नहीं हुआ वह करके दिखाया, अब करने जा रहे हैं ऐसे काम कि बरेली के इतिहास में अमर हो जाएगा डा. उमेश गौतम का नाम, पढ़ें क्या है मेयर का मॉनसून धमाका सिर्फ इंडिया टाइम 24 पर…

Share now

नीरज सिसौदिया, बरेली
दस साल के कार्यकाल में जो काम पूर्व सपाई मेयर आईएस तोमर और अन्य नहीं कर पाए वे काम मेयर डा. उमेश गौतम ने महज साढ़े तीन साल में ही कर दिखाए. मेयर ने दलगत राजनीति से ऊपर उठकर शहर की तस्वीर बदलने की दिशा में जो प्रयास किए हैं वे वाकई सराहनीय हैं और बदलाव की तस्वीर को भी दर्शाते हैं. चाहे वह सपा पार्षद मो. फिरदौस उर्फ अंजुम भाई का वार्ड हो, कांग्रेस के हाजी इस्लाम बब्बू का वार्ड हो, सपा पार्षद अब्दुल कय्यूम मुन्ना का वार्ड हो, अब्बासी का वार्ड हो या फिर सपा के उपाध्यक्ष व पार्षद शमीम अहमद का वार्ड हो, मेयर ने कहीं सड़कें बनवाईं, कहीं नाले बनवाए, कहीं संपवेल लगाया तो कहीं पुल निर्माण भी करवाया. अब मेयर ने इंडिया टाइम 24 के साथ खास बातचीत में भविष्य की योजनाओं को साझा करते हुए बताया कि किस तरह से ये योजनाएं शहर के विकास में मील का पत्थर और ऐतिहासिक साबित होंगी. इनमें से कई योजनाएं ऐसी हैं जिनकी वजह से बरेली के इतिहास के पन्नों पर मेयर डा. उमेश गौतम का नाम स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जायेगा.
भविष्य के बरेली की तस्वीर को बयां करते हुए मेयर कहते हैं वर्षो से उपेक्षित सुभाष नगर की पुलिया का काम हमने स्मार्ट सिटी से पास करा दिया है. लगभग ₹78 करोड़ की लागत से पुलिया का काम होना है जो सितंबर में शुरू हो जाएगा. लगभग डेढ़ साल में यह कार्य पूरा हो जाएगा. चूंकि इसमें रेलवे का काम भी है और रेलवे थोड़ा समय लगाता है इसलिए यह अवधि डेढ़ साल आंकी जा रही है. जो ब्रिज कारपोरेशन का काम है वह जल्दी हो जाएगा और रेलवे का भी काम हम जल्द कराने की कोशिश करेंगे. इसके अलावा सुभाष नगर में जल निकासी की समस्या भी बहुत बड़ी है. पुलिया पर भी पानी ही भरता है. सुभाष नगर के अन्य क्षेत्रों में भी हम जाएं तो वहां भी बरसात में जलभराव की बड़ी समस्या है. चाहे वह राजीव कॉलोनी हो या आगे के इलाके हों, उसका भी समाधान पूर्ववर्ती मेयर में से कभी किसी ने नहीं सोचा था. हमने उसका भी समाधान किया है. अब हम वहां से लेकर रेलवे लाइन से भी आगे तक डिस्चार्ज करके एसटीपी बनाने जा रहे हैं जिसमें लगभग 7.5 करोड़ रुपए की लागत आ रही है. उस कार्य का टेंडर भी हो गया है फाइनेंसियल बिड खुल गई है. 1 सप्ताह में फाइनल हो जाएगा. 15 अगस्त के बाद किसी भी दिन उसका शिलान्यास करके काम शुरू कर दिया जाएगा.’
मेयर ने कई इलाकों की जलभराव की समस्या का भी हल निकाल लिया है जो विजन एवं इच्छा शक्ति के अभाव पूर्ववर्ती मेयर नहीं कर सके थे. इस संबंध में डा. उमेश गौतम कहते हैं, “एक बहुत बड़ी समस्या थी मढ़ीनाथ, शांति विहार, सिठौरा, गणेश नगर के नाले की. यहां भी पानी भरता था मेन रोड पर भी पानी भर जाता था. पहले नगर निगम नाले को छोटे-छोटे टुकड़ों में बनाता था. बदायूं रोड पर जो मेन रोड पर नाला है वह टुकड़ों में बनाया गया, इसीलिए उसका आज तक ढलाव ठीक नहीं है. लेवल ही नहीं मैच करता. 5 ठेकेदार अगर किसी नाले को अलग-अलग लेवल पर बना देंगे तो लेवल कहां से मैच करेगा? इसके क्या कारण थे वह पूर्ववर्ती लोग ही जानते होंगे. हमने जो यह नाला बनाया है वह लगभग 4 किलोमीटर लंबा बनाया है और सीएनडीएस से एक ही ठेकेदार द्वारा बनवाया गया है. जल निगम को दे दिया जल निगम ने उसे बनवाया. वह भी तैयार हो गया है और इसी महीने जनता को समर्पित कर दिया जाएगा. पूरा आरसीसी का नाला बनवाया गया है. हमारा यह कहना है कि सिर्फ बातें नहीं हमने काम किया है. क्षेत्र को रोशन किया है हर जगह लाइटें लगाई है कोई भी गली अंधेरे में नहीं छोड़ी.”

विकास कार्यों की जानकारी देते डा. उमेश गौतम.

मेयर डा. उमेश गौतम ने सड़कों के निर्माण पर तो ध्यान दिया ही सबसे ज्यादा फोकस कच्ची गलियों को बनवाने पर किया. मेयर कहते हैं, “लगभग 90% कच्ची गलियों को हमने पक्का बनवा दिया है. हमारा लक्ष्य है कि दिसंबर तक सौ फ़ीसदी कच्ची गलियां पक्की कर दी जाएं. बहुत सारी नई कॉलोनियां हैं जिनमें बिल्डरों ने, कॉलोनाइजरों ने सड़कें नहीं बनवाई हैं तो जनता की अपेक्षा हो जाती है कि नगर निगम सड़कें बनवा दे या विधायक जी बनवा दें उन कॉलोनियों में दिक्कतें आती हैं लेकिन हम उन दिक्कतों का भी समाधान ढूंढ रहे हैं. उसका समाधान भी करेंगे और लोगों को परेशानियों से भी बचाएंगे. एक और योजना हम लाने जा रहे हैं जो नगर निगम के 32 साल के इतिहास में किसी ने नहीं किया. जैसे हमने टैक्स कम किया था. हमारा चुनावी वादा था कि जो सपा के पूर्ववर्ती मेयर ने आतंकी टैक्स लगा रखा था शहर की जनता पर उसे हमने पहली ही बैठक में 50 फ़ीसदी कम कर दिया था. उसी तरह हम 32 साल के नगर निगम के इतिहास में पहली बार एकमुश्त कर समाधान योजना लेकर आ रहे हैं. जो लोग 10-15 साल से किन्हीं कारणों से अपना टैक्स का पैसा जमा नहीं कर पाए हैं उन पर ब्याज टैक्स से भी ज्यादा हो गया है. उनके लिए हम यह समाधान योजना लेकर आ रहे हैं ताकि वे अपना टैक्स जमा कर सकें. हम उनका पूर्ण ब्याज माफ करेंगे. इस महीने हमारे बोर्ड की बैठक है जिसमें यह समाधान योजना आ रही है. यह योजना 3 महीने सितंबर अक्टूबर और नवंबर के लिए होगी. मेरा एक ही कहना है कि समस्या कैसी भी हो, परिस्थितियां कैसी भी हों, मैं जनता के साथ खड़ा हूं.
समाजवादी पार्टी के टिकट के कुछ दावेदारों का कहना है कि पुराने शहर में कोई काम नहीं किया गया है. क्या पुराने शहर के लिए कोई योजना है? पूछने पर डॉ उमेश गौतम कहते हैं, “देखिए पुराना शहर उन्हें कहां दिखता है मुझे पता नहीं है. चाहे कसाई टोला हो, रबड़ी टोला हो, सहसवानी टोला हो या कोई और इलाका हो पुराने शहर का. उसका पानी हजियापुर में ही जाता है. हजियापुर में एक तालाब बन गया था, हमने उस तालाब को खत्म करके एक संपवेल लगाया है और पूरी राइजिंग मेन लाइन बनाकर उसे संजय नगर की तरफ से ले जाकर हमने उसे मेन नाले में जोड़ा है. यह लगभग ₹6 करोड़ का प्रोजेक्ट था. यह प्रोजेक्ट अब चालू भी हो गया है, इसीलिए इस बार पुराना शहर में बरसात में इतनी दिक्कतें नहीं आईं और अगले साल से तो समस्या ही नहीं आएगी. उस समस्या को हमने जड़ से खत्म करने का प्रयास किया है. लोगों ने सिर्फ वायदे किए हैं और हमने काम करके दिखाया है. वहां के समाजवादी पार्टी के पार्षद हैं अब्बासी जी जो सपा की महानगर कार्यकारिणी में पदाधिकारी भी हैं, वह हमारे साथ थे, 6 करोड रुपए का काम हमने सिर्फ इसीलिए कराया है ताकि पानी न भरे क्योंकि भाजपा का एक ही नारा है सबका साथ, सबका विश्वास और सबका विकास. अगर वह होगा तभी हम लोग आगे बढ़ेंगे.

विकास योजनाओं के बारे में बताते डा. उमेश गौतम.

यह तो बरसात के मौसम में जलभराव की बात थी लेकिन वहां नालियां टूटी पड़ी हैं, ओवरफ्लो हो रही हैं, लोगों के घरों में नालियों का गंदा पानी जा रहा है. इस बारे में ध्यान क्यों नहीं दिया गया? पूछने पर मेयर डॉ. उमेश गौतम कहते हैं, “देखिए हमारे जो क्षेत्रीय सभासद हैं हमने उन्हें इस बार भी 25-25 लाख रुपए का बजट दिया है. हमने उनके काम 25 की जगह 30-30 40-40 लाख रुपए के किए हैं सैंक्शन कर दिए हैं. अब यह उनको देखना है क्योंकि यह उनका क्षेत्र है. एक भी सभासद मुझे आकर यह बताए कि उसका कोई काम नहीं किया है. अगर वह बताता है तो मैं आपको सबूतों के साथ दिखाऊंगा कि मैंने कितना काम किया है. ज्यादातर जगह मेरे पत्थर लग चुके हैं और जहां नहीं लगे हैं तो मैं आपको काम दिखाऊंगा. टेंडर हुए हैं, काम हुआ है, पेमेंट हुआ है बाकायदा, इसे वे नकार कर दिखाएं कि यह नहीं हुआ. कहना बहुत आसान है, हकीकत से मुंह छुपा कर भागने में लोगों को बड़ी आसानी दिखती है लेकिन किसी को भी भागने नहीं दिया जाएगा. जनता के सामने झूठ बोलने वाले को बेनकाब करने का काम उमेश गौतम करेगा.”

Facebook Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *