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पहले ही इम्तिहान में छा गए डा. अनीस बेग, कार्यकर्ता सम्मेलन के बहाने दिखाई ताकत, उमड़ा हजारों का हुजूम, पढ़ें क्या रहा खास?

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नीरज सिसौदिया, बरेली
पुरानी कहावत है ” सौ सोनार की, एक लोहार की”। शहर विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के टिकट के प्रबल दावेदार और चिकित्सा प्रकोष्ठ के संयोजक डा. अनीस बेग ने भी कुछ ऐसा ही कारनामा कर दिखाया है। शनिवार को आईएमए हॉल में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन के बहाने डा. अनीस बेग ने शक्ति प्रदर्शन किया। सम्मेलन में उमड़ा हजारों का हुजूम यह साबित करने को काफी था कि डा. अनीस बेग शहर विधानसभा सीट से टिकट के अन्य दावेदारों से बेहतर क्यों हो सकते हैं?


आइये अब नजर डालते हैं इस सम्मेलन के मुख्य बिंदुओं पर। डा. अनीस बेग की ओर से इस सम्मेलन का आयोजन उस वक्त किया गया जब एक दिन पहले ही केंद्र सरकार ने तीनों नए कृषि कानून वापस लेने का ऐलान कर दिया। ऐसे में कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ाने और पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने के लिए यह सम्मेलन कई मायनों में अहम हो जाता है। डा. अनीस बेग इस मौके को अपने पक्ष में भुनाने में पूरी तरह कामयाब रहे। इससे उनकी राजनीतिक सूझबूझ का भी परिचय देखने को मिलता है। बरेली शहर विधानसभा सीट से सपा के टिकट के किसी भी दावेदार ने ऐसा करना जरूरी नहीं समझा जबकि वर्तमान में पार्टी की सबसे बड़ी जरूरत इस मुद्दे को भुनाना है।


दूसरी खास बात यह रही कि इस कार्यकर्ता सम्मेलन में सिर्फ शहर विधानसभा के पार्टी कार्यकर्ताओं को ही आमंत्रित नहीं किया गया था बल्कि शहर और कैंट दोनों विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ता एवं जनता आमंत्रित थी। साथ ही महानगर अध्यक्ष शमीम खां सुल्तानी और पूर्व मंत्री भगवत सरन गंगवार की मौजूदगी यह संदेश देने में पूरी तरह सफल रही कि यह सम्मेलन सिर्फ डा. अनीस बेग का सम्मेलन नहीं है बल्कि पार्टी की एकजुटता को बढ़ावा देने वाला सम्मेलन है। ठीक उसी तरह जिस तरह पूर्व में संगठन की मजबूती के लिए कैंट विधानसभा सीट से टिकट के प्रबल दावेदार इंजीनियर अनीस अहमद पार्टी की मजबूती के लिए काम करते आ रहे हैं।


इस मौके पर सभी नेताओं ने मंच से पार्टी की जीत के लिए एकजुट होकर काम करने का आह्वान किया।
डा. अनीस बेग की ओर से आयोजित इस सम्मेलन की सबसे खास बात यह रही कि जो आधी आबादी अब तक समाजवादी पार्टी के सम्मेलनों में नाममात्र ही हिस्सा लेती थी इस सम्मेलन में उनकी भी बड़े पैमाने पर भागीदारी रही। इससे स्पष्ट हो गया कि डा. अनीस बेग के साथ बड़ी तादाद में महिला समर्थक भी मौजूद हैं जो महिला वोटरों को पार्टी के पक्ष में लाने का काम पुरुषों की तुलना में बेहतर तरीके से कर सकती हैं।


इस सम्मेलन की एक और खासियत यह रही कि डा. अनीस बेग की ओर से आयोजित इस सम्मेलन में टिकट के दावेदार भी आमंत्रित किए गए थे। जिससे यह संदेश देने का प्रयास किया गया कि यह सम्मेलन पार्टी की जीत के लिए समर्पित है न कि किसी एक दावेदार तक सीमित है।


बहरहाल, डा. अनीस बेग ने अपनी सियासी चाल चलकर पहली बार में ही विरोधी दावेदारों की मुसीबतें बढ़ा दी हैं। चूंकि डा. अनीस बेग वर्ष 2012 में भी शहर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ चुके हैं, इसलिए इस सम्मेलन के बाद उनकी दावेदारी अन्य दावेदारों की तुलना में ज्यादा मजबूत नजर आती है। अब देखना यह होगा कि विरोधी दावेदार डा. अनीस बेग के इस रामबाण का क्या तोड़ निकालते हैं?

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