नीरज सिसौदिया, बरेली
प्रधानमंत्री द्वारा कृषि कानून बिल वापस लेने पर समाजवादी पार्टी के महानगर अध्यक्ष शमीम खाँ सुल्तानी जी ने कहा कि अब यह साबित हो गया है कि यह कृषि कानून किसानों के लिए काला कानून था जो कि किसानों की बिना सलाह एवं रजामंदी के उन पर जबरन थोपा गया था जो कि लंबे आंदोलन के बाद केंद्र सरकार को वापस लेना पड़ा जिससे यह केंद्र सरकार की बड़ी भूल साबित हो गई है किसान आंदोलन में शहीद हुए किसानों की शहादत को भुलाया नहीं जा सकता इसके लिए पूरी तरह से भारतीय जनता पार्टी जिम्मेदार है प्रधानमंत्री जी ने अपने उद्योगपति मित्रों को लाभ पहुंचाने के लिए देश के किसानों पर जबरन कृषि कानून लागू किया था जोकि किसानों के लंबे आंदोलन के पश्चात एवं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की पूर्वांचल से शुरू हुई विजय रथ यात्रा मे भारी संख्या में लोगों की भागीदारी से घबराकर उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव में किसानों के गुस्से को देखते हुए हार के डर से प्रधानमंत्री जी को अपना फैसला वापस लेना पड़ा है लेकिन इतिहास गवाही देगा कि इस काले कृषि कानून को लागू कर पूरे देश में भारतीय जनता पार्टी ने इमरजेंसी का माहौल पैदा कर दिया था अन्नदाता खेत खलियान छोड़कर सड़कों पर आंदोलन कर भूखे पेट मरने को मजबूर हो गया इसके लिए देश कभी भी भारतीय जनता पार्टी को माफ नहीं करेगा।