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अनोखे अंदाज में चुनाव प्रचार कर रहा कैंट का यह उम्‍मीदवार, वोट नहीं, मांग रहा है पांच का रोजगार, विस्‍तार से पढ़ें

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नीरज सिसौदिया, बरेली
125 बरेली कैंट विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुके युवा नेता और पूर्व छात्र संघ उपाध्‍यक्ष विनोद जोशी अनोखे अंदाज में चुनाव प्रचार में जुअ गए हैं। एक मध्‍यम वर्गीय परिवार से ताल्‍लुक रखने वाले विनोद जोशी मध्‍यम वर्गीय परिवार के बेरोजगार युवाओं के दर्द को भली भांति जानते हैं। यही वजह है कि उन्‍होंने युवाओं के इस दर्द को अनोखे अंदाज में प्रस्‍तुत कर अपने चुनाव प्रचार का जरिया बनाया है। वह जनता से वोट नहीं मांग रहे बल्कि पांच वर्षों का रोजगार मांग रहे हैं। उनका मानना है कि अगर जनता उन्‍हें पांच वर्ष का रोजगार देती है तो वह बेरोजगार युवाओं को इन पांच वर्षों में रोजगार दिलाने का काम करेंगे।

Vinod joshi

दरअसल, विनोद जोशी उस पर्वतीय समाज से ताल्‍लुक रखते हैं जिसकी वोटर संख्‍या लगभग सात फीसदी है। छात्र प्रतिनिधि होने के कारण वह युवाओं के बीच लोकप्रिय भी हैं और ब्राह्मण चेहरा होने के चलते वह कुछ ब्राह्मण वोटों को काटने में भी सक्षम नजर आ रहे हैं। विनोद जोशी अपना एक कंप्‍यूटर इंस्‍टीट्यूट चलाते थे। कोरोना काल में वह इंस्‍टीट्यूट बंद हो गया और विनोद जोशी बेरोजगार हो गए। तब से वह बेरोजगार युवाओं की लड़ाई निजी स्‍तर पर लड़ रहे हैं। पिछले लगभग दो वर्षों में उन्‍होंने अपना एक अलग वजूद तो स्‍थापित कर ही लिया है, बड़ी तादाद में बेरोजगार युवाओं को जोड़ने में भी वह कामयाब हुए हैं। कंप्‍यूटर एक्‍सपर्ट होने के चलते वह सोशल मीडिया पर भी खासे एक्टिव रहते हैं। यही वजह है कि जब विभिन्‍न राजनीतिक दल अपना उम्‍मीदवार तक तय नहीं कर पाए हैं, विनोद जोशी ने चुनाव प्रचार भी तेज कर दिया है। चुनाव आयोग की गाइडलाइंस जारी होने के बाद जहां भाजपा को छोड़कर विभिन्‍न राजनीतिक दलों की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं वहीं, विनोद जोशी के लिए यह फायदेमंद साबित हो रहा है। युवा सोच लेकर चुनावी मैदान में उतरे विनोद जोशी पिछले कई दिनों से लगातार फेसबुक पर लाइव हो रहे हैं। अब उन्‍होंने वोटरों को रिझाने का नायाब तरीका अपनाया है। उनका कहना है कि विधायक भी एक तरह का रोजगार है। वह पांच साल वेतन लेता है और उसके बाद आजीवन पेंशन लेता है। एक विधायक चाहे तो कई बेरोजगारों के रोजगार का माध्‍यम भी बन सकता है। इसलिए यह रोजगार पढ़े-लिखे बेरोजगार युवाओं को मिलना चाहिए न कि करोड़पति बुजुर्ग लोगों को। विनोद जोशी सिर्फ हवा में रोजगार नहीं मांग रहे। उन्‍होंने बाकायदा अपना बायोडाटा सोशल मीडिया पर अपलोड करते हुए कैंट विधानसभा क्षेत्र की जनता से यह अपील की है कि जो भी उम्‍मीदवार उनसे ज्‍यादा पढ़ा-लिखा और बेरोजगार हो उसे ही अपना वोट देकर विधायक बनाएं।
विनोद जोशी की यह पोस्‍ट सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। खास तौर पर बेरोजगार युवा इसे बेहद पसंद कर रहे हैं।

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