बोकारो थर्मल, कुमार अभिनंदन
भोजपुरी, महगी व अंगिका भाषा को बोकारो व धनबाद जिले में क्षेत्रीय भाषा में शामिल किए जाने के विरोध में 2 फरवरी को झारखंडी भाषा संघर्ष समिति के बैनर तले नावाडीह में पद यात्रा कर विरोध प्रदर्शन किया गया। ग्रामीण स्व बिनोद बिहारी महतो ग्रामीण स्टेडियम नावाडीह से निकल कर भेंडरा मोड़, नावाडीह बस स्टैंड होकर गोबरगढ़ा फुटबॉल मैदान में पहुंची जहां एक सभा में तब्दील हो गया। यहां नारा बुलंद किया गया कि बाहरी भाषा नही चलेगा, भोजपुरी महगी भाषा वापस लो, 1932 के खतियान के आधर पर स्थानीय नीति लागू करो, हेमंत सरकार होश में आओ आदि नारे लगा रहे थे.।
सभा को संबोधित करते हुए जयराम टाईगर ने कहा कि भाषा एक झांकी है 1932 खतियान की लड़ाई अभी बाकी है. उन्होनें ने कहा कि भाषा के लिए बंगाली के लिए बंगाल, गुजराती के लिए गुजरात, महाराष्ट्र के लिए मराठी, उड़िसा के लिए उड़ीया, बिहारी के लिए बिहार आदि राज्यों में राज्य का भाषा का दर्जा दिया गया है तो झारखंड सदा बाहर है क्या ? कहा कि पानी मेरा, माटी मेरा, पसीना मेरा और बिजली जलाईगी बंगलादेश की शेख हसीना। अब ऐसा नहीं चलेगा। इसको लिए एक नहीं हजारों झारखंडियों को क्यों नहीं बलि चढ़ाना पढ़ें।
नावाडीह प्रखंड प्रमुख पूनम देवी ने कहा कि बोकारो-धनबाद की भाषा, संस्कृति व सभ्यता को बचाने के लिए हेमन्त सरकार को इन दोनों जिले से भोजपुरी मगही आदि भाषाओं को वापस लेना होगा।
वहीं मुखिया संघ के जिला महासचिव गौरीशंकर महतो ने कहा कि बोकारो धनबाद में भोजपुरी मगही आदि भाषओं को स्थानीय विधायक सह सूबे के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो कैबिनेट में रहने के बाद भी इन जिलों में बाहरी भाषा लागू कर जनता को गुमराह करने की बात कर रही है।
इस मौके पर उप प्रमुख विश्वनाथ महतो, जीप सदस्य फूलमती देवी, टिकैत कुमार महतो, प्रमुख यशोदा देवी, मुखिया संघ के प्रखंड अध्यक्ष रामपुकार महतो, योगेंद्र कुमार रंजन, रामचंद्र कुमार अंजाना, श्याम सुंदर महतो, गुडिया देवी, देवानंद महतो, रणविजय सिंह, फूलचंद मरांडी, निर्मल महतो, पंसस उर्मिला देवी , रिंकी देवी जगरनाथ महतो , कुलदीप महतो, आजसू के परमेश्वर महतो, सुरेश महतो, मिश्रीलाल महतो, अर्जुन महतो, गणेश महतो, नुनूचंद महतो, सुकुमार , गणेश महतो, शैलेश कुमार, पृथ्वी कुमार, अजय कुमार मंडल, देवानंद महतो सहित बड़ी संख्या में महिला पुरूष मौजूद थे।
रैली को लेकर पुलिस प्रशासन था मुस्तैद
जन आक्रोश पद यात्रा को लेकर प्रशासन मौजूद थे। बेरमो एसडीएम अनंत कुमार खास तौर कमान संभाल रखी थी। चौक चौराहे में बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया था। मौके पर डीएसपी सतीश कुमार बेरमो इंस्पेक्टर मो. रुषतम, नावाडीह थाना प्रभारी कार्तिक महतो, बेरमो थाना प्रभारी शैलेश कुमार चौहान, गोमिया थाना प्रभारी आशीष खाका, बोकारोथर्मल के रविन्द्र कुमार सिंह, पेंक के ऋषिकेश दुबे, गांधीनगर के अनूप सिंह जिला बल के जवान मौजूद थे।