बोकारो थर्मल। रामचंद्र कुमार अंजाना
बोकारो थर्मल स्थित कॉर्मेंल हाई स्कूल में शिक्षा विभाग द्वारा आबंटित बोकारो भिकारिएट अंतर विधालय सांस्कृतिक नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसका उद्घाटन काॅर्मंेल स्कूल की सुप्रियर सिस्टर दिशा द्वीप प्रज्जवलित कर किया। प्रतियोगिता में बेरमो कोयलांचल के आठ स्कूलों के सीनियर व जुनियर ग्रुप के बच्चों ने हिस्सा लिया। प्रतियोगिता में जुनियर ग्रुप में नागपुरी नृत्य व सीनियर ग्रुप में राजस्थानी लोक नृत्य शामिल था। बच्चों ने अपने मनमोहक नृत्य से समां बाध दिया। तबले की थाप पर थिरकते हुए बच्चे कथक की लास्य कला की प्रस्तुति दी, जिस पर पूरा हॉल मंत्रमुग्ध हो गया। पौराणिक कहानियों को भी अपने नृत्य के जरिये प्रस्तुत किया। मुख्य अतिथि काॅर्मंेल स्कूल की सुप्रियर सिस्टर दिशा ने कही कि नागपुरी झारखंड की प्रसिद्ध नृत्य है, जिसके माध्यम से प्राचीन लोक कथाओं, कहानियों और कवियों की प्रसिद्ध रचनाओं पर भाव मुद्राओं द्वारा नृत्य किया जाता है।
राजस्थानी लोक नृत्य अपनी संस्कृति और प्राचीन कलाओं को समझना चाहिए और अपनाना चाहिए। पाश्चात्य संस्कृति हमें आकर्षित करती हैं लेकिन अपनी संस्कृति के प्रति भी हमको जागरूक रहना चाहिए। हिस्सा ले रहे बच्चों की प्रतिभा पर भी कही कि हमारे देश में नृत्य के मामले में अनेकों प्रतिभाएं मौजूद हैं। छोटे-छोटे बच्चे इतने कठिन नृत्य इस तरह से करते हैं, जैसे ये तो उनके लिए चुटकियों का खेल है। यह देखकर और भी अच्छा लगता है कि नृत्य के मामले में हमारा देश काफी प्रगति कर रहा है।
इस अवसर पर शिक्षक प्राधानाध्यापिका सिस्टर जोएस कुल्लू, देवों श्री, रीता, मरियम खेस, मरियम खलखो, मोनिका कर्मकार, अर्चना डीन, सरनाली गुहा, राखी सिन्हा, अरूणा बाला, नीलम पांडेय, अमित अनुरंजन लकड़ा, पूनम मरांडी, माधुरी तिर्की, दतिया खलखो, जेबा नाज, नंदिनी, विश्वनाथ, धनंजय कुमार, शैलेंद्र कुमार रजक सहित विद्यार्थी और विद्यालय कर्मचारियों के साथ बच्चों के अभिभावक भी मौजूद थे। प्रतियोगिता में सीनियर ग्रुप में प्रथम काॅर्मेंल स्कूल करगली, द्वितीय संत अन्ना हाई स्कूल कुरपनिया व तृतीय काॅर्मेंल हाई स्कूल बोकारो थर्मल और जुनियर ग्रुप में प्रथम संत अंथोनी मवि कारो, द्वितीय काॅर्मेंल स्कूल बोकारो थर्मल तथा तृतीय संत मेरी स्कूल जांरगडीह को पुरस्कार से सम्मानित किया गया।