नीरज सिसौदिया, कोलकाता
आजाद हिन्द फौज का गठन करने और भारत की आजादी के लिए अपना सबकुछ दांव पर लगाने वाले नेताजी सुभाष चंद्र बोस की अस्थियां आजादी के अमृतकाल में भी वापस नहीं लाई जा सकी हैं. इस वीर सेनानी की अस्थियों को उसके अपने ही वतन की मिट्टी आज तक नसीब नहीं हो पाई है. एक तरफ जहां पूरा देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है वहीं, दूसरी ओर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की बेटी अनीता बोस फाफ हमारे देश के नेतृत्वकर्ताओं से अपने पिता की अस्थिया वापस हिन्दुस्तान लाने की गुहार लगा रही है. उन्होंने देश के विभिन्न राजनीतिक दलों से अपने पिता की अस्थियों को स्वदेश लाने की अपील की है. बता दें कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस की अस्थियां जापान की राजधानी टोक्यो में स्थित रेनकोजी मंदिर में रखी गई हैं. जापान के लोग भी नेताजी सुभाष चंद्र बोस को उतना ही प्यार करते हैं जितना कि हिन्दुस्तान की अवाम करती है. जापान के लिए भी नेताजी का योगदान अविस्मरणीय रहा है. नेताजी सुभाष चंद्र बोस की बेटी अनीता बोस फाफ ने राजनीतिक दलों से उनके पिता की अस्थियां भारत लाने की दिशा में काम करने का अनुरोध किया है. साथ ही उन्होंने दिल्ली में नेताजी की प्रतिमा का अनावरण करने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार भी जताया है. मोदी ने गुरुवार को दिल्ली के इंडिया गेट पर नेताजी बोस की 28 फुट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया है. अनीता इन दिनों जर्मनी में रह रही हैं.
एक बयान जारी कर उन्होंने कहा कि मेरे पिता की आजाद भारत में जीने की इच्छा थी लेकिन वक्त से पहले ही उनका निधन हो गया. जिससे आजाद भारत में सांस लेने की उनकी यह इच्छा पूरी नहीं हो सकी. मुझे लगता है कि कम से कम उनकी अस्थियां तो भारत की सरजमीं को छू पाएं, इसलिए मैं भारत के लोगों तथा भारत के सभी राजनीतिक दलों से अपने पिता की अस्थियां भारत लाने के लिए गैर-राजनीतिक तथा द्विदलीय रूप से एकजुट होने की अपील करती हूं. इससे पहले उन्होंने कहा था कि वह इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाएंगी लेकिन वह रेनकोजी मंदिर से अपने पिता की अस्थियां भारत लाने की शर्तों और प्रक्रियाओं पर चर्चा करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात करना चाहती हैं. उनका दावा है कि नेताजी की अस्थियां टोक्यो के रेनकोजी मंदिर में रखी गई हैं. अनीता ने कहा कि मुझे यह जानकर खुशी हो रही है कि मेरे पिता नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा का दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अनावरण किया गया है.