गोरखपुर। सिस्टम को बहाल कैसे किया जाता है, ये दिखा आज वैशाली एक्सप्रेस के बी 4 कोच में।जितेंद्र कुमार नामक एक सज्जन यात्रा कर रहे थे।
चीफ टिकट इंस्पेक्टर जितेंद्र कुमार गौड़ ने उनसे टिकट मांगा। यात्री आना कानी करने लगा। श्री गौड़ ने जब थोड़ी तफ्तीश की तो मालूम चला कि टिकट किसी और के नाम पर है, यात्रा कोई और कर रहा है।
जब श्री गौड़ ने यात्री से टिकट बनवाने को कहा तो यात्री लगा धौंस जमाने। यात्री के साथ जितने लोग थे, सभी cti पर दबाव बनाने लगे। जब श्री गौड़ ने उन्हें समझाया कि जिस यात्री के नाम पर टिकट है और वह यात्रा नहीं कर रहा हो, उसके नाम पर अगर कोई अन्य यात्री यात्रा कर रहा हो तो ये गैर कानूनी है। इसमें रास्ता सिर्फ यही बचता है कि यात्री को नया टिकट बनवाना पड़ेगा। श्री गौड़ ने यह भी बताया कि अगर टिकट ट्रांसफर ही करना है तो उसकी एक प्रक्रिया है। उन्होंने पूरी प्रक्रिया के बारे में यात्री को पूरी बात बताई लेकिन यात्री अड़ा रहा। अंत में उसके भतीजे ने जब पूरी बात समझी, तब जाकर उसने टिकट बनवाई।
CTI के सिस्टम बहाली के अप्रोच को लेकर बी 4 के तमाम यात्रियों ने उनकी प्रशंसा की है।