नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में बहुमत हासिल करने के बाद राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के 15 घटक दलों की बुधवार को यहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लोक कल्याण मार्ग स्थित आवास पर महत्वपूर्ण बैठक हुई जिसमें सभी दलों ने सर्वसम्मत प्रस्ताव पारित करके श्री मोदी को गठबंधन का नेता चुना और उनके नेतृत्व में राजग सरकार का समर्थन किया।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलकर उन्हें प्रधानमंत्री पद से अपना इस्तीफा सौंप दिया। मोदी के साथ ही सभी मंत्रियों ने भी कार्यकाल खत्म होने पर इस्तीफा दे दिया। अब सात जून को एनडीए सरकार गठन का दावा पेश करेगा और आठ जून को प्रधानमंत्री अपने तीसरे कार्यकाल के लिए प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। राष्ट्रपति ने मोदी और मंत्रिपरिषद् का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है तथा उन्हें नयी सरकार के गठन तक कार्यभार संभालने का अनुरोध किया है। इससे पहले मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रिमंडल की अंतिम बैठक हुई जिसमें 17वीं लोकसभा को भंग करने की सिफारिश की गई। सत्रहवीं लोकसभा का कार्यकाल 16 जून को समाप्त हो रहा है।
श्री मोदी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में प्रधानमंत्री श्री मोदी, भाजपा के अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह एवं गृह मंत्री अमित शाह के अलावा गठबंधन के दूसरे सबसे बड़े घटक दल तेलुगु देशम पार्टी के नेता एन चंद्रबाबु नायडू, जनता दल यू के नीतीश कुमार, राजीव रंजन सिंह एवं संजय झा, लोजपा रामविलास के चिराग पासवान, शिवसेना के नेता एवं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिन्दे, जनता दल सेकुलर के नेता एच डी कुमारस्वामी, हिन्दुस्तानी अवाम पार्टी के जीतनराम मांझी, अपना दल (सोनेलाल) की अनुप्रिया पटेल, जनसेना पार्टी के पवन कल्याण, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के सुनील तटकरे एवं प्रफुल्ल पटेल, राष्ट्रीय लोकदल के जयंत चौधरी, यूपीपीएल के प्रमोद बोडो, असम गण परिषद के अतुल बोरा, एसकेएम के इंद्र हांग सुब्बा, ऑल झारखण्ड स्टूडेंट्स यूनियन के सुदेश महतो शामिल हुए। बैठक करीब डेढ़ घंटे चली जिसमें सहयोगी दलों ने श्री मोदी के नेतृत्व में राजग की नयी सरकार के गठन के लिए अपने अपने समर्थन पत्र सौंपे तथा एक प्रस्ताव पारित किया कि 140 करोड़ देशवासियों ने पिछले 10 वर्षों में श्री मोदी के नेतृत्व में राजग सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों से देश को हर क्षेत्र में विकसित होते देखा है। बहुत लंबे अंतराल, लगभग छह दशक बाद भारत की जनता ने लगातार तीसरी बार पूर्ण बहुमत से सशक्त नेतृत्व को चुना है। प्रस्ताव में कहा गया, ‘‘हम सभी को गर्व है कि 2024 का लोकसभा चुनाव राजग ने श्री मोदी के नेतृत्व में एकजुटता से लड़ा और जीता। हम सभी राजग के नेता श्री नरेन्द्र मोदी को सर्वसम्मति से अपना नेता चुनते हैं। श्री मोदी के नेतृत्व में राजग सरकार देश के गरीब महिला युवा किसान और शोषित, वंचित, पीड़ति नागरिकों की सेवा के लिए प्रतिबद्ध है। भारत की विरासत को संरक्षित कर देश के सर्वांगीण विकास के लिए राजग सरकार भारत के जन जन के जीवन स्तर में सुधार लाने के लिए कार्य करती रहेगी।” यह भी पता चला है कि दस निर्दलीय सांसदों ने भी श्री मोदी के नेतृत्व में राजग सरकार के गठन के लिए अपने अपने समर्थन पत्र दिये हैं। राजग ने 293 सीटें जीत कर स्पष्ट बहुमत हासिल किया है लेकिन भाजपा को अपने दम पर बहुमत के लिए जरूरी 272 सीटें नहीं मिलने से राजग में घटक दलों खासकर तेदेपा और जद यू की भूमिका महत्वपूर्ण हो गयी है। भाजपा को 240 सीटें मिली हैं और वह गठबंधन का सबसे बड़ा घटक दल है। सूत्रों के अनुसार तेदेपा की प्राथमिकता आन्ध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिलाना है और वह अपनी इस मांग को बैठक में पुरजोर तरीके से उठायेगी। जद यू भी बिहार के लिए विशेष पैकेज की मांग करती रही है। हालांकि सूत्रों ने यह भी कहा कि अभी तक दोनों दलों की ओर से अपनी कोई शर्त या मांग नहीं रखी गयी है। सूत्रों के अनुसार सात जून को भाजपा एवं राजग के नवनिर्वाचित सांसदों की बैठक में श्री मोदी को औपचारिक रूप से भाजपा एवं राजग संसदीय दल का नेता चुना जाएगा और उसी शाम राष्ट्रपति से मिल कर सरकार के गठन का दावा किया जाएगा। कहा जा रहा है कि श्री मोदी आठ जून की शाम को शपथ ले सकते हैं।