पंजाब

टेरर फंडिंग : विदेशों में बैठे नशा तस्करों के गुर्गों पर केंद्र की भी नजर, अमृतसर के बाद जालंधर की तैयारी, कार्रवाई करने वाले अफसरों को फेसबुक पर बदनाम करने वाला विदेश में बैठा पोर्टल संचालक भी रडार पर

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नीरज सिसौदिया, जालंधर
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार टेरर फंडिंग से जुड़े नशा तस्करों और उनके गुर्गों के खिलाफ और सख्त हो गई है। केंद्र सरकार की नजर न सिर्फ नशा तस्करों पर है बल्कि विदेशों में बैठे उनके गुर्गों पर भी है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के निर्देशों के बाद पूरे देश में नशा तस्करों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है। पिछले चार माह में अरबों रुपए के नशीले पदार्थ पूरे देश से बरामद किये जा चुके हैं। दो दिन पहले अमृतसर में एक न्यूज पोर्टल डी फॉर यू के संचालकों पर कार्रवाई के बाद अब जालंधर का एक पोर्टल संचालक भी जांच एजैंसियों के रडार पर है जिसका नाम वर्ष 2011 में आई नशा तस्करों के सहयोगियों की सूची में शामिल है। नशा तस्करों के पैसे पर विदेशों में अय्याशी और ऐशो आराम की जिंदगी गुजारने वाला यह गुर्गा नशा तस्करों के घरों पर बुलडोजर चलाने वाले जालंधर नगर निगम के अधिकारियों को फेसबुक पर लाइव आकर बदनाम करने में जुटा हुआ है। बताया जाता है कि जालंधर में बैठे नशा तस्करों, अपने दो सहयोगियों और एक पूर्व विधायक से यह लगातार नशा तस्करों के खिलाफ कार्रवाई की जानकारी लेता है। और जब-जब किसी नशा तस्कर के घर पर बुलडोजर चलता है तो यह अपने आकाओं को खुश करने के लिए फेसबुक पर लाइव होकर बुलडोजर चलाने वाले अफसरों के खिलाफ जहर उगलता है। पहले जब भार्गव कैंप के नशा तस्कर मोला पर कार्रवाई हुई तो यह गुर्गा तिलमिला गया। इसके बाद मॉडल हाउस के नशा तस्करों के घर पर बुलडोजर चला तो यह लाइव हो गया था। अब जबकि अशोक विहार की नशा तस्कर निशा सागर खान और गुरु अमरदास नगर के दिलीपा के घरों पर बुलडोजर चला तो नशा तस्करों का यह गुर्गा फिर से लाइव हो गया। इन लोगों ने अधिकारी को धमकी दी लेकिन अधिकारी नहीं डरे। इसके बाद दुष्प्रचार और तेज हो गया। आज सीएम भगवंत मान द्वारा अगले 5 से 7 दिनों में बड़े नशा तस्करों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का ऐलान किया गया। सीएम के इस ऐलान के बाद नशा तस्कर के इस गुर्गे की अति सक्रियता भी इसकी भूमिका पर सवाल खड़े करती है। यह गुर्गा विजिलेंस की धमकी देते हुए मनगढ़ंत कहानियों के आधार पर अलग-अलग लोगों से शिकायतें भी डलवा रहा है ताकि अफसर इन शिकायतों में ही उलझ जाएं और नशा तस्करों के खिलाफ अभियान को भूल जाएं।
सूत्र बताते हैं कि नशा तस्कर इसे यूं ही विदेश नहीं भेजते हैं बल्कि यह विदेशों में नशा तस्करों का पैसा इनवेस्ट करने जाता है। इसने तस्करों के करोड़ों रुपए विदेशों में इनवेस्ट करवाए हैं। इसी के माध्यम विदेशों में इमारतों में यह काला धन खपाया जाता है। कई दिनों तक खबरों से दूर रहने वाला यह गुर्गा उस वक्त अचानक से सक्रिय हुआ जब नशा तस्करों के घरों पर बुलडोजर चलने लगा।
बताते हैं कि पंजाब पुलिस इस गुर्गे की पिछले 2 साल की कॉल डिटेल भी खंगाल रही है। इस दौरान यह देखा जाएगा कि इस गुर्गे की कौन-कौन से नशा तस्करों के साथ इस बीच बात हुई है। बताया जाता है कि यह गुर्गा अवैध रूप से विदेश गया है जिसके चलते इसने उस देश से शरण देने की भी अपील की है। चूंकि केंद्र सरकार टेरर फंडिंग के खिलाफ जीरो टोलरेंस की नीति अपना रही है इसलिए उसकी नजर इन गुर्गों पर भी है। वहीं, पंजाब सरकार तो पहले से ही इन नशा तस्करों के खिलाफ युद्ध विरुद्ध नशा अभियान चला रही है। अब देखना यह होगा कि भगवंत मान सरकार नशा तस्करों के खिलाफ कार्रवाई करने वाले अधिकारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए उनका हौसला बरकरार रख पाती है या फिर अधिकारियों को बदनाम करने वाले काली दुनिया के ये गुर्गे अपने मकसद में कामयाब हो जाएंगे।

जालंधर से जुड़ रहे अमृतसर के नशा तस्करों के तार

सूत्र बताते हैं कि अमृतसर के डी फॉर यू चैनल से जुड़े नशा तस्करों के तार जालंधर से भी जुड़ रहे हैं। ये न्यूज पोर्टल के संचालक भी अवैध कॉलोनियों और अवैध निर्माण से वसूली के खेल में लिप्त थे और अधिकारियों को धमकाते थे। साथ ही कॉलोनाइजरों को ब्लैकमेल करते थे। बताया जाता है कि जालंधर नगर निगम से खदेड़े गए दो आरटीआई एक्टिविस्ट भी इन पोर्टल वालों से जुड़े थे और नशा तस्करी में लिप्त थे। सूत्र बताते हैं कि इनमें से एक एक्टिविस्ट का पैसा इस पोर्टल में भी लगा है। इस आरटीआई एक्टिविस्ट के पास फॉर्च्यूनर कार भी है जबकि इसकी कमाई का एक नंबर में कोई जरिया नहीं है।

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