विकास द्विवेदी, पयागपुर
जनपद के पयागपुर अधीनस्थ संविलियन विद्यालय मोहनपुर माफी का जो मामला सामने आया है उससे साफ स्पस्ट होता है कि विद्यालय के प्रभारी का दायित्व निभाने के लिए भी सिक्योरिटी या सुरक्षा बल की कहीं न कहीं विशेष आवश्यकता है , यहाँ के प्राथमिक विद्यालय की प्रभारी प्रधान शिक्षिका प्राची ने बताया कि सहायक अध्यापक रनंजय प्रताप सिंह के होते हुए भी हमे अकेले पूरे विद्यालय के रख रखाव व्यवस्था के साथ बच्चो की पढ़ाई लिखाई को भी देखना पड़ता है, 160 बच्चों के होने की वजह से बहुत ही कठिनाई का सामना करना पड़ता है जबकि सहायक शिक्षक सिग्नेचर बना कर , बगल के ही जूनियर विद्यालय में बैठे रहते है, जब मैंने अपने प्राथमिक विद्यालय में न आने पर एक दिन अनुपस्थित किया तो वे वही सिग्नेचर बनाने लगे और हमे भला बुरा भी कहा जिसकी शिकायत हमने खंड शिक्षा अधिकारी एवँ बेसिक शिक्षा अधिकारी को भी दी परंतु न ही कोई सुनवाई हुई और न ही कोई उचित कार्यवाही की गई.
उन्होंने चैनल के माध्यम से उचित व्यवस्था व न्यायिक प्रक्रिया की गुहार लगाई है,
सहायक अध्यापक के शिक्षण कार्य संबंधित बच्चों से पूछने का प्रयास किया गया तो वहाँ के बच्चों में झिझक एवँ डर देखने को मिला जो कुछ भी बता पाने में असमर्थ दिखे.