इंटरव्यू

मैं कभी वादा नहीं करती, काम करती हूं, नगर निगम चुनाव तो कांग्रेस ही जीतेगी, पढ़ें कांग्रेस पार्षद अरुणा अरोड़ा का बेबाक इंटरव्यू…

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जालंधर की‌ सियासत में अरुणा अरोड़ा का नाम किसी परिचय का‌ मोहताज नहीं है। वह तीन बार से लगातार पार्षद बनती आ रही हैं। अपने तीसरे कार्यकाल में उनके वार्ड में कौन-कौन से प्रमुख कार्य हुए। अपनी सबसे बड़ी उपलब्धि वह किसे मानती हैं? प्रदेश में आम आदमी पार्टी की सरकार है। ऐसे में नगर निगम चुनाव पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा? क्या अरुणा अरोड़ा इस बार भी मेयर पद के दावेदारों में शामिल होंगी? इस बार वह किन मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाएंगी? ऐसे कई बिंदुओं पर कांग्रेस पार्षद अरुणा अरोड़ा ने इंडिया टाइम 24 के संपादक नीरज सिसौदिया के साथ खुलकर बात की। पेश हैं बातचीत के मुख्य अंश…
सवाल : आपका वर्तमान साढ़े 4 साल का कार्यकाल कैसा रहा?
जवाब : मुझे पार्षद बने हुए तो 14 साल हो चुके हैं। वर्तमान कार्यकाल के साढ़े 4 वर्षों में मॉडल टाउन की मैक्सिमम रोड कवर हुई हैं। दो-तीन रह गई हैं उन्हें भी जल्द बनवा दिया जाएगा। पानी की पाइप लाइन डलवाई हैं।‌ पांच-छह लेन में पाइपलाइंस डलवाई गई हैं। एक लेन बन चुकी है और दो में कुछ कंस्ट्रक्शन रह गई है। सीवरेज के चेंबर भी लगभग 70% पूरे हो चुके हैं। ये चेंबर हर साल बनाए जाते हैं क्योंकि बरसात में जलभराव की वजह से टूट जाते हैं।


सवाल : पांच साल पहले आपने जनता से क्या-क्या वादे किए थे और उनमें से कौन-कौन से वादे पूरे किए?
जवाब : मैं कभी वादा नहीं करती, रियालिटी में काम करके दिखाती हूं। नगर निगम से जनता की अपेक्षा सफाई, सड़क, पानी, सीवरेज और स्ट्रे डॉग्स जैसी समस्याओं से निजात दिलाने की होती है। सफाई के लिए सरकारी के साथ-साथ मेरे पास प्राइवेट स्वीपर्स भी हैं। सरकारी ट्रॉली जब उपलब्ध नहीं होती तो मैं प्राइवेट ट्रॉली मंगवाकर काम करवाती हूं। इसी तरह अन्य समस्याओं का निदान भी सरकारी और निजी तौर पर करवाती हूं। स्ट्रे डॉग्स की समस्या का समाधान 50% हो चुका है। बाकी भी हो जाएगा। एलईडी लाइट्स भी लगाई गई हैं। डार्क पॉइंट मोस्टली कवर हो चुके हैं। मुझे लगता है कि सिर्फ दस-बीस प्रतिशत ही प्वाइंट्स रह गए हैं। अगर नगर निगम से वहां लाइटें नहीं लगाई जाती हैं तो मैं निजी तौर पर ही लगवा दूंगी।


सवाल : इस बार के  5 साल में एक ऐसी महामारी आई जो पहले कभी नहीं आई थी। इस महामारी ने पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया था। ऐसे में आपके लिए जनता के बीच जाना और उनकी उम्मीदों पर खरा उतरना कितना चुनौतीपूर्ण रहा?
जवाब : मुझे कोई चुनौती महसूस नहीं हुई। मुझे लगता है कि अगर पब्लिक ने हमें चुना है तो एक पार्षद होने के नाते मेरा वार्ड मेरा परिवार है। इसलिए मेरी यह जिम्मेदारी बनती है कि मेरे वार्ड के, मेरे परिवार के लोगों को कोई परेशानी न आए। अतः हमने एक ग्रुप तैयार किया था। इसमें मेरी एक स्वीपर्स की टीम थी जो सवेरे रोज सफाई करती थी। एक प्राइवेट टीम सैनिटाइजेशन के लिए मैंने हायर की थी। हमने प्राइवेट ट्रैक्टर भी मंगाया और प्राइवेट मशीनें भी मंगवाईं। राशन ते लिए अलग टीम थी। रोजाना लगभग 200 पैकेट डेरा सत्संग राधा स्वामी वालों के सहयोग से तैयार किये जाते थे। हमारे मित्रों ने भी इसमें मदद की। राशन बांटने के लिए अलग टीम बनाई थी। दवा और इलाज के लिए शिवम अस्पताल के 2 युवाओं का सहयोग लिया। ज्यादा दिक्कत होने पर जीटीबी नगर गुरुद्वारा साहिब और मॉडल टाउन गुरुद्वारा साहिब की डिस्पेंसरीज का सहयोग मिला। लोगों का बहुत सहयोग मिलता रहा। मेरे बेटे ने भी पूरा सपोर्ट किया। वह सुबह 7:00 बजे से शाम तक जब तक मेरी मदद करता था। मेरे पति की तबीयत ठीक नहीं थी। इसके बावजूद उन्होंने मुझे कभी नहीं रोका और पूरा सपोर्ट किया। इसलिए मुझे कभी लगा ही नहीं कि कोरोना काल मेरे लिए कोई बहुत बड़ी चुनौती था।


सवाल : अपने वर्तमान कार्यकाल की सबसे बड़ी उपलब्धियां आप किन्हें मानती हैं?
जवाब : कोरोना काल में मैंने जिस तरह से बिना बीमार हुए जो सेवा कार्य किया उसे मैं अपनी सबसे बड़ी उपलब्धि मानती हूं क्योंकि कोरोना महामारी के समय इस तरह सेवा कार्य करना वाकई में संभव नहीं था लेकिन मैं कर सकी। इसके लिए मैं भगवान का शुक्रिया अदा करती हूं कि उसने मुझे इस कार्य के लिए चुना। दूसरी मेरी अचीवमेंट मॉडल टाउन के लाल बत्ती चौक पर “आई लव जालंधर” बनाना है। यह मॉडल टाउन का मेन एंट्री पॉइंट है। पिछले चार-पांच वर्षों से मैं यह सोचती आ रही थी कि इस पॉइंट पर कुछ ऐसा करूं कि जैसे ही लोग मॉडल में एंट्री करें उन्हें एक अलग ही फीलिंग आए। इस बार मैं अपने इस सपने को पूरा करने में कामयाब रही।


सवाल : ये तो आपकी निजी उपलब्धियां हैं। जनहित के कौन से ऐसे कार्य हैं जो आपने नगर निगम के माध्यम से करवाए?
जवाब : मैंने गुरुद्वारा साहिब मॉडल टाउन के पार्क का जिस तरह सुंदरीकरण कराया है वह वाकई में अद्भुत है। ऐसा पार्क जालंधर ही नहीं बल्कि पूरे पंजाब में कहीं नहीं है। इस पार्क में बड़ी मात्रा में ग्रीनरी है, ओपन जिम लगा है, यहां रोजाना योगा क्लास भी चलती है और यह क्लास पूरी तरह नि:शुल्क चलती है। दो तरह के जॉगिंग ट्रैक बनवाए हैं। एक कच्चा तो दूसरा टाइल्स वाला बनवाया गया है। कुछ लोगों को टाइल्स वाले ट्रैक पर सैर करना पसंद नहीं होता और कुछ को डॉक्टर भी सलाह देते हैं कि वे टाइल्स वाले ट्रैक पर सैर न करें, इसलिए अब जिसे जहां सैर करना है वह कर सकता है। इसके अलावा पक्षियों के लिए स्पेशल नेस्ट तैयार किए गए हैं जिसमें पंछियों के लिए खाना और पानी प्रोवाइड किया जाता है। इसके अलावा शिवानी पार्क मॉडल टाउन को भी हमने एचआर इंटरनेशनल वालों से पर्सनल रिक्वेस्ट करके बनवाया है। वार्ड के सभी पार्कों के विकास और सुंदरीकरण पर मैंने फोकस किया है। मैंने फ्रूट ट्रीज भी लगवाए हैं जिससे जनता फल भी खा सकती है और ताजी हवा भी ले सकती है। इसमें कई एनजीओ का भी सहयोग मिला है। लगभग 25 लाख रुपए से पार्कों के सुंदरीकरण का काम करवाया गया है। इतना ही नहीं सड़कों का भी निर्माण व्यापक पैमाने पर हुआ है। पिछले 4.5 साल के दौरान करीब 70-80 लाख रुपए की लागत से सड़कें बनवाई गई हैं। लगभग 15 लाख रुपए की लागत आई है। पिछले 4.5 वर्ष के कार्यकाल में सभी कार्यों को जोड़ा जाए तो लगभग 7 करोड़ रुपए के विकास कार्य करवाए हैं मैंने।


सवाल : अब फिर से नगर निगम चुनाव आ रहे हैं। आप एक बार फिर मैदान में होंगी। इस बार क्या वादे लेकर जनता के बीच जाएंगी क्योंकि आपके अनुसार सारे काम तो आप से करा दिए हैं?
जवाब : देखिए विकास की प्रक्रिया कभी खत्म नहीं होती। बेहतरी की गुंजाइश हमेशा रहती है। मेन मेरी कंसंट्रेशन यह है कि हम देखते हैं कि स्मार्ट सिटी में मध्यप्रदेश का इंदौर शहर हमेशा फर्स्ट आता है। मैं अपने मॉडल टाउन के वार्ड को भी इंदौर की तरह ही डिवेलप करना चाहती हूं। दूसरा मेरा मकसद है कि मॉडल टाउन के हर एंट्री प्वाइंट पर ग्रीन बेल्ट बनाऊं। मैं चाहती हूं कि मॉडल टाउन की हर लेन क्लीन और ग्रीन हो।
सवाल : सूबे की सत्ता अब आम आदमी पार्टी के हाथों में है। कहा जा रहा है कि कांग्रेस डूब चुकी है। ऐसे में क्या आपको लगता है कि जनता का साथ कांग्रेस को मिलेगा?
जवाब : बिल्कुल मिलेगा । पार्षद का जो चुनाव होता है वह स्थानीय चेहरे पर होता है और कैंडिडेट के व्यक्तित्व पर होता है। पब्लिक को लगता है कि पार्षद ऐसा होना चाहिए जो हर वक्त अवेलेबल हो और उनके काम करके दे। कांग्रेस के जितने भी पार्षद हैं वे सभी काम कर रहे हैं और निश्चित तौर पर नगर निगम चुनाव में कांग्रेस की ही जीत होगी।


सवाल : पिछले नगर निगम चुनाव में आपका नाम मेयर पद के दावेदारों में शामिल था। क्या इस बार आपको लगता है कि अगर कांग्रेस नगर निगम चुनाव जीतती है तो आपको मेयर के पद से नवाजा जाएगा?
जवाब : मैं तो भगवान से हमेशा यही अरदास करती हूं कि मेरी इज्जत बनाकर रखना। मुझे इतनी हिम्मत देना कि मैं आखिरी सांस तक काम करती रहूं। मैंने अपने लिए कभी कोई पद नहीं मांगा। अगर भगवान को देना होगा और मेरी किस्मत में लिखा होगा तो वह मुझे जरूर देंगे। मेरे काम को देख कर जनता पिछली बार ही मुझे मेयर बनते देखना चाहती थी। मैंने पिछली बार भी यह पद नहीं मांगा था। मेरी सक्रियता को देखते हुए ही मीडिया ने मुझे इस दौड़ में शामिल किया था।

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