राजेंद्र भंडारी, टनकपुर
विश्व प्रसिद्ध पूर्णागिरि मेले का शनिवार को रंगारंग आगाज हुआ। चंपावत के जिलाधिकारी अहमद इकबाल और मेला मजिस्ट्रेट एवं एसडीएम अनिल चन्याल की मौजूदगी में स्थानीय विधायक कैलाश गहतोड़ी और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के ओएसडी धीरेंद्र पवार ने पूजा अर्चना कर मेले का शुभारंभ किया। पहले दिन मेले में भीड़ कुछ कम नजर आई हालांकि इसे 4 मार्च से शुरू हो रहे बोर्ड पेपर से जोड़कर देखा जा रहा है।
मेले का उद्घाटन शनिवार सुबह 11:00 बजे निर्धारित था। इसे लेकर पिछले काफी दिनों से ही तैयारियां शुरू हो गई थी। मेले की तैयारियों का पूरा जिम्मा मेला मजिस्ट्रेट अनिल कुमार चन्याल ने उठाया। शनिवार को भी वह सुबह करीब 10:30 बजे ही मेला उद्घाटन स्थल बूम पर पहुंच गए थे। इसके बाद जिलाधिकारी अहमद इकबाल पहुंचे और फिर पुलिस अधीक्षक ने मौके पर पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।
करीब 11:00 बजे स्थानीय विधायक कैलाश गहतोड़ी और मुख्यमंत्री के ओएसडी धीरेंद्र पवार मेला स्थल पर पहुंचे। इसके बाद कैलाश गहतोड़ी धीरेंद्र पवार और जिलाधिकारी मैं मां पूर्णागिरि की तस्वीर के आगे पूजा अर्चना की। पंडित जी ने मंत्रोच्चार के साथ पूजा अर्चना संपन्न करवाई। इस दौरान कलाकारों ने नृत्य पेश कर सबका मन मोह लिया। वही स्कूली बच्चों ने भी मां की वंदना प्रस्तुत की।
बता दे की विश्व प्रसिद्ध मां पूर्णागिरि का यह मेला हर साल होली के अगले दिन से शुरू होता है और सौ दिनों तक लगातार चलता है।
पहले दिन शाहजहांपुर से साइकिल से करीब 135 किलोमीटर की यात्रा कर 28 साइकिल सवारों का एक दल भी मेला स्थल पहुंचा।
एसडीएम एवं मेला मजिस्ट्रेट अनिल कुमार चंदेल ने बताया कि मेले की सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त कर ली गई हैं। यात्रियों की सुविधाओं का विशेष ख्याल रखा जा रहा है। सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। उन्होंने कहा कि यह बहुत ही खुशी का पल है कि हम मां पूर्णागिरि के मेले का शुभारंभ कर रहे हैं। माननीय विधायक कैलाश गहतोड़ी जी और धीरेंद्र पवार जी मैं इसका शुभारंभ किया। मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की कोई भी परेशानी नहीं होने दी जाएगी।