रामचंद्र कुमार अंजना, बोकारो थर्मल
गोमिया-कथारा रोड में छिलका पुल में रविवार को सड़क दुर्घटना में हुई गोबिंदपुर के 3 युवकों की मौत के बाद सोमवार को लगभग दो 3 बजे शव पहुंचे. स्वर्गीय मिथलेश महतो का पुत्र नीरज कुमार महतो के पोस्टमार्टम के बाद शव के घर पहुँचते ही पूरे गोबिंदपुर में कुहराम मच गया ।
लोगो के आँखों से आंसू थमने का नाम नही ले रहे थे। गांव के हर लोगों के आंखे नम थी। गांव को होनहार व सभी का चहेता लडका नीरज था। नीरज के दांह संस्कार में गोबिंदपुर गांव के लोग शरीक हुए।
रविवार को गोमिया-कथारा रोड़ में छिलका पुल के पास दोपहर रेलिंग से टकराने पर मारुति सियाज कार में सवार उमेश मुंडा एवं नीरज कुमार महतो की घटनास्थल पर मौत हो गयी. और बाद में टेकलाल महतो की भी मौत हो गई । जबकि नवीन महतो ,बिनोद कुमार, अभिमन्यु उर्फ मन्नू गम्भीर रूप से घायल हो गए। सभी घायलों का स्वांग स्थित मां शारदे सेवा सदन में प्राथमिक उपचार के बाद में गंभीर रूप से घायल दो युवकों को रांची रेफर कर दिया गया । जहाँ पर रांची अस्पताल मे खेतको निवासी टेकलाल प्रसाद महतो ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया । सभी युवक स्वांग से कथारा की ओर जा रहे थे। तभी उनकी नई कार अनियंत्रित होकर छिलका पुल के समीप रेलिंग से जा टकराई।
शव के गोबिंदपुर पहुँचते ही पूरा गोबिंदपुर में मातम पसर गया । परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है दादा ओर दादी और बहन पिंकी देवी का रो-रोकर बुरा हाल है। माँ बबिता देवी की मानसिक स्थिति ठीक नही। 24 वर्षीय नीरज जयपुर के राजस्थान टेक्नीकल यूनिवर्सिटी से पढ़ाई किया था । मृतक नीरज की बहन पिंकी ने बताया कि नीरज को सब इंस्पेक्टर के पद पर बहाली का लेटर मिला था एवं 30 हजार का चेक भी मिला था।
नीरज कल ही रविवार को बारह बजे दिल्ली से आया था और कुछ देर बाद दोस्त अभिमन्यु अपना मारुति सियाज कार ले कर आया और उसे ले गया था। मृतक नीरज कुमार महतो दो भाई एक बहन मे से सबसे बड़े भाई था । बहन की शादी हो चुकी है। वही स्वर्गीय दिनेश मुंडा का पुत्र उमेश मुंडा है । मृतक उमेश मुंडा दो भाई एक बहन मे से छोटा भाई था । गोबिंदपुर कॉलनी एम क्यू 425 निवासी उमेश मुंडा के शव पोस्टमार्टम के बाद दाह संस्कार के लिए पैतृक आवास भुरकुंडा ले जाया गया । उमेश मुंडा की शिक्षा-दिशा भुरकुंडा में हुई थी। उमेश गिटार काफी अच्छा बजाता था। उमेश मुंडा और टेकलाल प्रसाद महतो सीसीएल स्वांग मे कार्यरत थे । तीनो मृतक की शादी नही हुई थी। सोमवार को कोनार नदी के तट पर अंतिम संस्कार किया गया। उमेश मुंडा को पैतृक आवास भुरंकुडा व टेकलाल प्रसाद महतो को बगोदर के खेतको में अंतिम संस्कार किया गया।