कुरुक्षेत्र (ओहरी )
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय कुलपति के अडिय़ल और शिक्षक विरोधी रवैये के खिलाफ शुक्रवार को प्रदेश के सरकारी और एडिड कॉलेजों के सैंकड़ों शिक्षकों ने जोरदार रोष-प्रदर्शन किया। परीक्षाओं मेंं बड़ी संख्या में शिक्षक ड्यूटी दे रहे हैं। इसके बावजूद भारी संख्या में महिला शिक्षकों सहित शिक्षक-प्रतिनिधियों ने कुवि पहुंचकर परीक्षा शाखा की शिक्षक विरोधी मानसिकता और विनाशकारी लचर नीतियों के विरुद्ध असहमति जताई। धरने प्रदर्शन की अध्यक्षता एच.फुक्टो के अध्यक्ष डॉ. विकास सिवाच, एआई फुक्टो के जोनल सचिव प्रो. अतर सिंह, एच.जी.सी.टी.ए. के अध्यक्ष डॉ. नरेन्द्र शक्ति, एच.सी.टी.ए. के अध्यक्ष डॉ. नरेन्द्र चाहर ने संंयुक्त रूप से की। डॉ. नरेन्द्र चाहर ने कहा कि पिछले एक वर्ष से शिक्षक नकल रहित परीक्षा, गुणवत्तायुक्त मूल्यांकन और समय पर रिजल्ट घोषित करने की मांग कर रहे हैं। युनिवॢसटी परीक्षाओं को शिक्षा माफिया के हवाले करना चाहती है। डॉ. नरेन्द्र शक्ति ने कहा कि कुलपति ने टैंट लगाने की अनुमति न देकर हरियाणा के शिक्षक समुदाय का घोर अपमान किया है। शिक्षकों ने पार्क में बैठकर धरना दिया तथा कड़कती दोपहरी में कुलपति निवास तथा कंट्रोलर कार्यालय के बाहर सैंकड़ों की संख्या में प्रदर्शन किया। प्रदर्शन को डॉ. शर्मिला, डॉ. निशा, डॉ. विकास सिवाच, डॉ. रविन्द्र गासो, प्रो. अतर सिंह, डॉ. दलबीर सिंह, डॉ. नरेश सैनी, डॉ. सज्जन सिंह, डॉ. सुरेन्द्र तंवर, डॉ. तेजबीर, डॉ. चांद सिंह, डॉ. जयनारायण, डॉ. दिलबाग, डॉ. दयानंद मलिक आदि ने सम्बोधित किया।
शिक्षक संगठनों ने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की तमाम परीक्षाओं की उत्तर-पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के कार्य का बहिष्कार करने का निर्णय लिया। शिक्षक आज के बाद कुवि के पेपर चैक नहीं करेंगे। परीक्षा खत्म होने के बाद उत्तर-पुस्तिकाओं पर रबड़ की स्टैम्प नहीं लगाने का फैसला भी लिया गया। शिक्षकों ने सर्वसम्मति से दोनों निर्णयों का समर्थन किया। धरने के बाद शिक्षकों ने कैम्पस में रोष रैली निकाली तथा कुलपति व प्रशासन के विरुद्ध जोरदार नारेबाजी की।
फोटो :हरियाणा के सरकारी व एडिड कॉलेजों के शिक्षक कुलपति कुवि के विरुद्ध रोष मार्च निकालते हुए।