कुरुक्षेत्र, ओहरी
सिग्नस अस्पताल के डॉ. जफर शेख ने कहा कि पर्यावरण संतुलन में पक्षियों की अहम भूमिका रहती है। पक्षियों द्वारा बीजों को इधर उधर बिखेरने के कारण पौधै पैदा होते रहे हैं, लेकिन अब पक्षी स्वयं लुप्त होने की कगार पर है। जिसके कारण पर्यावरण संतुलन गड़बड़ा गया है। पक्षियों की चहचहाहट खत्म होती जा रही है। पेड़ पौधे खत्म होने के कारण पक्षी भूख के कारण मर रहे हैं। पक्षियों के संरक्षण की तरफ भी ध्यान देने की आवश्यकता है। डा शेख हम फाउंडेशन द्वारा आयोजित पर्यावरण प्रहरी संरक्षण अभियान के कार्यक्रम में बोल रहे थे। कार्यक्रम का आयोजन पर्यावरण दिवस के अवसर पर नंदा जी स्मारक के पास किया गया था।
कार्यक्रम संयोजक डॉ अनामिका शर्मा ने बताया कि संस्था द्वारा अनेक पेड़ों पर बड़ी बड़ी पर प्लेट लटकाई गई है जिन पर बैठ कर पक्षी आराम से दाना चुग व पानी पी सकता है। इन स्थानों पर कोई भी व्यक्ति दाना डाल सकता है एवं पानी व दाने की कमी से पक्षियों को मरने से बचाया जा सकता है। संस्था का प्रयास है कि पर्यावरण संतुलन बनाए रखने वाले सभी कारकों को ध्यान में रखते हुए काम किया जाए। कार्यक्रम में संजय चौधरी, डॉ पंकज शर्मा, विकास शर्मा, शंभू नाथ वत्स, संतोष गुलाटी, राजीव शर्मा वकील, रमणीक सहगल, सोमवीर दलाल, दिलावर सगवाल, जितेंद्र कंवल, राकेश वर्मा, सुभाष गोविंद माजरा, नरेन्द्र पोसवाल आदि अनेक स्वयंसेवक उपस्थित थे।