रामचंद्र कुमार अंजाना, बोकारो थर्मल
सीसीएल कथारा प्रक्षेत्र के गोबिंदपुर-स्ंवाग परियोजना में लोकल सेल में कोयले के ऑफर को नियमित करने और सेल को चालू करने की मांग को लेकर विस्थापित संघर्ष समिति के बैनर तले विस्थापितों का रविवार की देर रात से अनिश्चितकालीन चक्का जाम आंदोलन शुरू हो गया है। इस आंदोलन से दोनो परियोजनाओं का कोयला ट्रांस्पोटिंग पुरी तरह से ठप हो गया है। आंदोलनकारी गोबिंदपुर परियोजना समीप मुख्य सड़क पर झंडा-बैनर लगाकर अडे़ हुए है। यहां सीसीएल से हुए विस्थापितों ने प्रदर्शन करते हुए प्रबंधन के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली। विस्थापित नेता डाॅ. दशरथ महतो ने कहा कि यहां 9 माह से कोयला का डिस्पैच बंद है। जिसके कारण लोकल सेल बंद है। सेल बंद होने के कारण हजारों परिवारों का चुल्हा बंद सा हो गया है। विस्थापित, ट्रक ऑनर, डीओ धारक सहित स्थानीय बेरोजगार भूखमरी के कगार पर पहुंच गए है। कोयला पावर प्लांट पर तथा अन्य परियोजना को आपूर्ति की जा रही है। परियोजना से प्रभावित ग्रामीण व विस्थापित जिनकी जमीन सीसीएल द्वारा अधिग्रहित कर कोयला उत्पादन की जा रही है। वें लोग ई-आक्सन के तहत चलने वाले व्यवसाय से जुड़कर अपना परिवार का भरण पोषण करते थे, लेकिन 9 माह से दोनो परियोजनाओं के विस्थापित तंगहाली से गुजर रहें है। प्रबंधन हमारी समस्याओं को जानते हुए आंखे बंद कर सोई हुई है। विस्थापित मजबूरन तो बाध्य होकर दोनो परियोजनाओं में अनिश्चितकालीन चक्का जाम आंदोलन पर उतरें है। कहा कि पावर प्लांट से बिजली उत्पादन होगा और विस्थापित भूखे मरेंगे। इस बार प्रबंधन के साथ आर-पार की लड़ाई के लिए विस्थापित तैयार खड़े है। पूर्व मुखिया नरेश महतो, नागेश्वर महतो, कृष्णा निषाद व बिनय मिश्रा ने कहा कि सीसीएल प्रबंधन पावर प्लांट के नाम पर स्थानीय बेरोजगारों से रोजगार छिनने का काम कर रही है और परदे के पीछे से पूंजीपतियों एवं उद्योगपति घरानों को लाभ पहुंचाने का काम रही है। रोड़ सेल से हजारों परिवारों का रोजी-रोटी जुड़ा हुआ है। सरकार व प्रबंधन नये उद्योग चालू कर लोगों को रोजगार देने की बात करती है और सेल बंद कर हजारों लोगों से रोजगार छिनने का काम किया है। लोकल सेल से जुडे लोगों ने प्रबंधन से मांग किया है कि अविलंब लोकल सेल चालू कर विस्थापित व बेरोजगार सहित सेल से जुडे़ लोगों को भूखमरी की समस्या से निजात दिलाए। अनिश्चितकालीन चक्का जाम आंदोलन में रूप से गोमिया जिप सदस्य प्रकाश लाल सिंह, विधायक प्रतिनिधि टेकलाल चैधरी, मुखिया योगेंद्र कुमार रंजन, गंगाराम महतो, सुनील कुमार महतो, कामेश्वर महतो, पंचम प्रजापति, लाल मोहम्मद, सुरेश साव, चंद्रिका साव, विश्वनाथ यादव, नारायण महतो, जागेश्वर महतो, धर्मेंद्र सिन्हा, चमन महतो, तिलक महतो, राजन प्रजापति, छोटेलाल महतो, भोला महतो, महेश महतो, सरयू ठाकुर, केदार साव, तौहिद अंसारी, सरफराज अंसारी सहित हजारों विस्थापित सक्रिय है।