नीरज सिसौदिया, जालंधर
तेज तर्रार और साफ सुथरी छवि वाले पीसीएस अफसर जय इंदर सिंह के जेडीए के एस्टेट अफसर के पद से हटते ही अवैध कॉलोनियों का काला खेल तेज हो गया है. पहली किस्त में हमने आपको बताया था कि किस तरह से पुडा के अधिकारियों की मिलीभगत से इस पूरे काले कारोबार को अंजाम दिया जा रहा है. आज हम आपको बतायेंगे कि वो कौन-कौन से इलाके हैं जहां इस काले कारनामे को अंजाम दिया जा रहा है.
पुडा के तहत पड़ते बुलंदपुर, शेखे, लिद्दड़ा, कोटला, मुबारिकपुर सहित आसपास के इलाकों में लगभग दर्जन भर से भी अधिक अवैध कॉलोनियां काट दी गई हैं. इनमें से बुलंदपुर की तीऩ, शेखे की दो और कंगनीवाल की एक कॉलोनी समेत लगभग आधा दर्जन से भी अधिक अवैध कॉलोनियां ऐसी हैं जिन्हें पुडा के पूर्व एस्टेट अफसर जयइंदर सिंह के आदेश के बाद न सिर्फ डिमॉलिश किया गया था बल्कि वहां पर अवैध कॉलोनी का बोर्ड भी लगाया गया था ताकि कोई भोला भाला आम आदमी इन कॉलोनाइजरों के झांसे में न आए लेकिन जय इंदर सिंह का तबादला होते ही न सिर्फ इन कॉलोनियों में लगे अवैध कॉलोनी के चेतावनी बोर्ड हटा दिए गए बल्कि अब उन कॉलोनियों में बिल्डरों ने कोठियां बनाना भी शुरू कर दिया है. इतना ही नहीं जय इंदर के तबादले के बाद कॉलोनाइजरों के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि वह सरकारी जमीन पर भी अवैध कब्जा कर रहे हैं. ऐसा ही एक मामला गांव शेखे का सामने आया है. पटवारी नरेश कुमार ने बताया कि यहां एक कॉलोनाइजर ने पहले अवैध कॉलोनी काटी थी. अब वहां पर अवैध रूप से कोठियां बनाई जा रही थीं. तहसीलदार के आदेश पर उन्होंने मामले की जांच की तो जांच में पाया गया कि उक्त कॉलोनी सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा करके काटी गई है. नरेश ने कहा कि उन्होंने इस संबंध में एक लिखित रिपोर्ट तहसीलदार को भेज दी है.
हैरानी की बात तो यह है कि सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा कर लिया गया और पुडा के अधिकारियों ने उस पर भी कार्रवाई करना जरूरी नहीं समझा. अगर पुडा के अफसरों को कॉलोनी की जानकारी नहीं थी तो उन्हें मोटी तनख्वाह सरकार क्यों दे रही है? ऐसे लापरवाह अधिकारियों को तत्काल बर्खास्त किया जाना चाहिए. और अगर उन्हें इसकी जानकारी थी तो उन्होंने कार्रवाई क्यों नहीं की? इस लापरवाही के लिए भी उन्हें बर्खास्तगी के साथ ही जेल की सजा भी दी जानी चाहिए.
पुडा के नए एस्टेट अफसर को इस पर तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए.
अगली किस्त में हम आपको बताएंगे कि कॉलोनियों में प्लॉटों और कोठियों का सौदा कैसे किया जा रहा है. किस कॉलोनी में क्या है कीमत, किस कॉलोनाइजर ने कितनी राशि के आयकर का सरकार को चूना लगाया और किस कॉलोनी में किन किन नियमों की उड़ाई गई हैं धज्जियां. ये सब जानने के लिए पढ़ते रहें इंडिया टाइम 24 डॉट कॉम और हमारे यू ट्यूब चैनल India time 24 को सब्सक्राइब करें.
