अमित पाठक, बहराइच
रंगमंच शिक्षक व निर्देशक डॉ विधु ने रंग कर्म व कला के क्षेत्र में प्रतिष्ठित उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार प्राप्त कर जनपद का गौरव बढ़ाया हैं। उन्हें अकादमी के रंगमंच निर्देशन के क्षेत्र में योगदान के लिए पुरस्कृत किया जाएगा। अकादमी की ओर से घोषित पुरस्कार के लिए चुनी गईं विधु का जन्म बहराइच नगर के बरहियापुरा में हुआ था उनके पिता शिव प्रसाद खरे जनपद के जीआईसी गणित के व्याख्याता रहे हैं और वह तीन भाई-बहनों में सबसे बड़ी हैं उनका विवाह असम के प्रसिद्ध चित्रकार विपुल चन्द्र दास से हुआ है। विधु की आरंभिक शिक्षा शहर के मोंटेसरी स्कूल से हुई है और उच्च शिक्षा उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से प्राप्त की, इसके बाद इन्होंने नई दिल्ली के राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय में दाख़िला लिया था। उनको सरकार की ओर से फेलोशिप भी मिल चुकी है। डॉ विधु को रंगकर्म के क्षेत्र में योगदान के लिए कई प्रशस्तियाँ व पुरस्कार प्राप्त हो चुके हैं। वे वर्तमान में महात्मा गांधी अंतराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा में रंग मंच की प्राध्यापक हैं।
बता दें कि अकादमी की ओर से वर्ष 2018 के लिए विधु सहित 11 रंगकर्मियों व कलाकारों को विभिन्न श्रेणियों के लिए चयनित किया गया है। पुरस्कार के लिये 10 हजार रुपये, ताम्रपत्र और अंगवस्त्र दिये जायेंगे। अकादमी प्रत्येक वर्ष रंगकर्मी, कलाकारों और समीक्षकों को पुरस्कृत करती है।
बहराइच की बेटी विधु को यह पुरस्कार मिलना पूरे जनपद के लिए गौरव की बात है। विधायक पयागपुर सुभाष त्रिपाठी नें शुभकामनाएं देते हुए कहा कि जनपद के लिए गर्व की बात है, दिनों दिन अपने क्षेत्र में शीर्ष स्थान प्राप्त करें व देश भर में अपना नाम रोशन करते हुए, पुनः जनपद बहराइच का गौरव बढ़ाये ।