नीरज सिसौदिया, नई दिल्ली
महाराष्ट्र में सत्ता के लिए शिवसेना और भाजपा के बीच मचे घमासान में आज एक दिलचस्प मोड़ आ गया है| शिवसेना महाराष्ट्र में भाजपा के साथ अपने 30 साल पुराने गठबंधन को तोड़ने जा रही है| इसके लिए सुबह 9:30 बजे एक बैठक बुलाई गई है| वहीं बैठक से लगभग डेढ़ घंटे पहले शिवसेना के कोटे से केंद्र सरकार में मंत्री बने अरविंद सावंत ने इस्तीफे का ऐलान कर दिया है| अरविंद सावंत ने एक ट्वीट करके यह जानकारी दी है| इससे पहले कल भाजपा ने राज्यपाल से मिलकर यह कह दिया था कि उसके पास बहुमत नहीं है और वह महाराष्ट्र में सरकार नहीं बना पाएगी| इसके बाद शिवसेना द्वारा सरकार बनाने का दावा पेश किया जाना था जिसमें उस एनसीपी के साथ मिलकर सरकार बनाने की बात कही थी लेकिन एनसीपी ने शिवसेना के सामने यह शर्त रखी थी कि अगर वह केंद्र में भाजपा से गठबंधन तोड़ लेती है तभी एनसीपी उसका समर्थन करेगी अन्यथा नहीं| एनसीपी की इस शर्त को सोमवार को शिवसेना ने मान लिया है| इसी रणनीति के तहत आज सुबह ट्विटर पर एक ट्वीट के जरिए केंद्रीय मंत्री अरविंद सावंत ने यह ऐलान किया कि वह अपने मंत्री पद से इस्तीफा दे रहे हैं| उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि वह इस संबंध में आज सुबह 11:00 बजे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करेंगे|
अरविंद सावंत के इस्तीफे के साथ ही शिवसेना का महाराष्ट्र में सरकार बनाने का रास्ता साफ हो गया है| फिलहाल शिवसेना महाराष्ट्र में एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाने जा रही है| कांग्रेस ने पहले ही सरकार को बाहर से समर्थन देने की बात कही थी| मराठी में किए गए ट्वीट में शिवसेना नेता अरविंद सावंत ने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले ही सत्ता के बंटवारे की रूपरेखा तैयार हो चुकी थी| लेकिन अब भाजपा अपने वादे से मुकर गई है जो शिवसेना के भविष्य के लिए ठीक नहीं है| इसलिए मैं अपने पद से इस्तीफा दे रहा हूं और 11:00 बजे मीडिया के सामने मौजूद रहकर अपना पक्ष प्रस्तुत करूंगा| शिवसेना से गठबंधन टूटने के बाद भारतीय जनता पार्टी की मुसीबतें और बढ़ जाएंगी| दिन-ब-दिन भाजपा का ग्राफ गिरता जा रहा है और विभिन्न मुद्दों पर उसकी नाकामियों का खामियाजा भी उसे भुगतना पड़ सकता है| महाराष्ट्र की सत्ता हाथ से निकलने का नुकसान आगामी चुनाव में भी भारतीय जनता पार्टी को उठाना पड़ सकता है|