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8 अप्रैल से शुरू हो जाएगा कोरोना का अंत, विश्व प्रसिद्ध ज्योतिष आचार्य नरेश नाथ ने की भविष्यवाणी, बताया समाधान, पढ़ें और क्या कहा कोरोना को लेकर

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नीरज सिसौदिया, नई दिल्ली 

विश्व प्रसिद्ध ज्योतिष आचार्य नरेश नाथ ने कोरोना वायरस की समाप्ति को लेकर भविष्य वाणी की है. उन्होंने इसे एक कॉमर्शियल डिसीज करार देते हुए आठ अप्रैल से इसके अंत की शुरुआत होने की बात कही है. इसके अलावा उन्होंने कोरोना को लेकर कई हैरान करने वाली बातें भी ज्योतिष गणना के आधार पर बताई हैं.

अपने फेसबुक वॉल पर लिखी एक पोस्ट में उन्होंने कहा है कि आज हर तरफ कोरोना वायरस का खौफ है गुरु गोरखनाथ जी की प्रेरणा के अधीन मैं यह लेख लिखने जा रहा हूं. मेरी किसी भी देश, किसी व्यक्ति से कोई शत्रुता नहीं है लेकिन जो ब्रह्मविद्या से ज्ञात हुआ है वह मैं आप सबके सामने लाना चाहता हूं.
पहली बात यह है कि कोरोना वायरस वास्तव में रेडियो एक्टिव डिसीज है जिसका केंद्र चीन है लेकिन जब भी किसी देश में रासायनिक परीक्षण किया जाता है तो उसका असर सारी दुनिया भर पर किसी न किसी रूप में जरूर होता है.
क्या वुहान शहर के निकट चीन ने यह रासायनिक परीक्षण किया जो अनियंत्रित होकर फैल गया, तो मैं कहूंगा कि यह सत्य है लेकिन बड़ा आदमी गलती करता है तो उसे छुपाना भी उसे आता है.
चीन किस तरह अपनी गलती को छुपा रहा है अपनी आर्थिक मंदी के लिए वह अमेरिका की सहायता से बाहर आने का प्रयास कर रहा है, इसी बीच कोरोना को अमेेेेेेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने महामारी घोषित कर दिया और 50 अरब डॉलर अपनी सरकार के लिए जारी करवा लिए.
सत्य है कि बहुत सी सरकारें आर्थिक मंदी का बोझ नहीं झेल पा रही थीं. फार्मा सेक्टर पूर्णतया आर्थिक मंदी की चपेट में आ चुका था. कोरोना द्वारा मौत सिर्फ चीन में ही हो सकती हैं या वहां से आए हुए व्यक्तियों के संक्रमण से जैसे कहा जा रहा है फेैल सकती है.
मैं तथ्यों सहित प्रमाणित करने जा रहा हूं जिसके ग्रह चाल के चार्ट साथ में संलग्न हैं. 10 जनवरी को पूर्णमासी के दिन चीन के कुंडली के अनुसार चंद्रमा और राहु चतुर्थ भाग में आए हुए थे और पंच ग्रह की योग था यह योग चौथे और दसवें घर में होने के कारण चीन में रसायनिक लीकेज और उससे होने वाली बीमारी का सूचक बनता है.
अमेरिका की कुंडली के हिसाब से अमेरिका इस बीमारी से जोकि रासायनिक क्रिया की गलती के कारण है. कुछ ही दिनों में इसका इलाज और इसकी जांच की किट और इसको रोकने वाले सैनिटाइजर और कई तरह की औषधियां लांच कर देगा. जिसे भारत जैसे देश जो पूरी तरह कोरोना से सुरक्षित हैं परंतु वहम का कोई इलाज नहीं होता, इसलिए हमारे जैसे बहुत से देश करोड़ों अरबों रुपए में यह किट्स और उसके साथ में दवाइयां अमेरिका से और लगे हाथ चीन से लेंगे क्योंकि वह भी इन दवाइयों को बनाना शुरू कर देगा  इससे इन दोनों देशों को भारी आर्थिक लाभ होगा.
यदि ज्योतिष की गणना सही है और ब्रह्मविद्या पूर्ण रूप से सशक्त है तो 8 अप्रैल को जो योग बन रहा है वह इस समस्या की समाप्ति का शुभारंभ होगा. 25 मार्च से अमेरिका घोषणा कर देगा उसने इस बीमारी का हाल किसी औषधि के रूप में कर लिया है.
कोरोना का संक्रमण या फैलाव कैसे रोका जा सकता है, वह भी मैं नाथ विद्या द्वारा आपको बताने जा रहा हूं जो भी व्यक्ति हिंदू धर्म के अनुसार हवन पद्धति को मानते हैं वे चंदन की लकड़ी या बेरी की लकड़ी से हवन शुरू करें और उसमें निम्नलिखित वस्तुओं को आहुति के रूप में डालें इससे हवा में फैलने वाला हर तरह का वायरस नष्ट हो सकता है.
चंदन का बुरा गंधक गूगल लोबान लॉन्ग जटा मासी भूत केसरी गरी गोले का बुरा मालकांगनी अगर तगर को मार्केट में मिलने वाली किसी भी सामग्री में मिक्स कर लें और इससे आहुतियां दे यदि कोई भी धार्मिक संस्था अपने मंदिरों में इन सामग्रियों के द्वारा रोज सुबह हवन करवाए तो उसके एरिया में करोना वायरस या कोई भी अन्य वायरस भी दस्तक नहीं दे सकता है यह गुरु नाथ की परम विद्या है यह सशक्त है मैं पिछले 25 साल से इसका प्रयोग कर रहा हूं यह हवन धीमी आंच वाली अग्नि पर करना चाहिए.
अभी टीवी पर यह सुनने को मिला कि करोना वायरस से मारने वाली स्त्री को श्मशान घाट वाले जलाने नहीं दे रहे हैं यह परम दुख की बात है.
यदि आप उक्त सामग्रियों द्वारा उस स्त्री का य किसी भी वायरस से मारने वाले व्यक्ति का दाह संस्कार करेंगे और उसमें यह सामग्रियां डाल देंगे तो इससे किसी भी वायरस का फैलना नामुमकिन होगा गंधक की मात्रा ज्यादा डालें.
इससे दाह संस्कार करते ही यह सभी वस्तुएं रसायनिक क्रिया प्रकट करेंगे और इससे कोई वायरस नहीं फैलेगा.
उक्त विद्या का प्रयोग करें समाधान निश्चित है
जैसा गुरु गोरखनाथ ने कहा लिखा
सत्य ही शिव है
शिव ही सुंदर है
शिव ही परम सत्य है
हर हर महादेव.

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