कानपुर : आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के आरोपी कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे आज सुबह पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में ढेर कर दिया गया है. कानपुर के पास पहुंचते ही उसने एक पुलिसकर्मी की बंदूक छीन ली और गोलियां चलाने लगा. इसमें एसटीएफ के दो जवान घायल हो गए. कानपुर के एक अस्पताल में उसे ले जाया गया जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
बता दें कि विकास दुबे ने गुरुवार को मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित महाकाल मंदिर के बाहर आत्मसमर्पण किया था. इसके बाद एसटीएफ उसे लेकर कानपुर आ रही थी. लगभग एक दर्जन गाड़ियों की सुरक्षा में उसे कानपुर लाया जा रहा था. आज सुबह लगभग 6 बजे जब पुलिस उसे लेकर कानपुर पहुंचने ही वाली थी तो कानपुर से कुछ देर पहले एसटीएफ की गाड़ी पलट गई. इस पर विकास दुबे ने मौके का फायदा उठाकर पुलिसकर्मी की बंदूक छीन ली और भागने का प्रयास करने लगा. पुलिस ने उसे रोकने का प्रयास किया तो उसने गोलियां बरसानी शुरू कर दीं जिसमें एसटीएफ के दो जवान घायल हो गए. इस पर पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग शुरू कर दी जिसमें विकास दुबे मारा गया.
विकास दुबे को मध्य प्रदेश के उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी के बाद पुलिस उससे लगातार पूछताछ की जा रही थी। इस दौरान उसने कई बड़े खुलासे किए। विकास दुबे ने कहा कि वह पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद शवों को जलाना चाहता था। जलाने के लिए शवों को एक जगह इकट्ठा किया गया था और तेल का इंतजाम भी कर लिया गया था। विकास ने पुलिसकर्मियों के संपर्क में होने की बात भी कही थी।