नीरज सिसौदिया, बरेली
पति की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद इंसाफ की उम्मीद में पिछले करीब छह माह से दर-दर भटक रही विधवा को इंसाफ मिलता नजर आ रहा है. इंडिया टाइम 24 द्वारा इस मुद्दे को प्रमुखता से प्रकाशित करने के बाद रामपुर पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया है. अब नन्हें खान का शव कब्र से निकालकर उसका पोस्टमार्टम किया गया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है.
बता दें कि रामपुर जिले के शाहबाद थानांतर्गत पड़ती ढकिया चौकी के गांव रुस्तम नगर निवासी नन्हें की लगभग छह माह पूर्व संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी. नन्हें की पत्नी शहाना ने अपने जेठ कल्लू पर जहर देकर हत्या करने का आरोप लगाया था. साथ ही कल्लू पर फर्जी बैनामा कर 14 बीघा जमीन भी हड़पने का आरोप लगाया था. वह लगातार शहाना को जान से मारने की धमकी भी दे रहा था. इसके बाद शहाना ने ढकिया पुलिस से लेकर शाहबाद थाने तक शिकायत की लेकिन कोई भी अधिकारी एफआईआर तक दर्ज करने को तैयार नहीं था. जब कहीं सुनवाई नहीं हुई तो करीब पांच माह बाद शहाना ने इंडिया टाइम 24 से अपनी सारी व्यथा बताई. इंसाफ न मिलने पर आत्मदाह करने का मन बना चुकी शहाना की आवाज को इंडिया टाइम 24 ने जब प्रमुखता से उठाया तो पुलिस क्षेत्राधिकारी खुद मौके पर गए और जांच के बाद आरोपी कल्लू और उसकी पत्नी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई.
इसके बाद मामला फिर से ठंडे बस्ते में चला गया. चौकी इंचार्ज और थाना प्रभारी मामले को दबाए बैठे रहे. लगभग 15 दिन का समय बीतने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई. उधर कल्लू आए दिन शहाना पर केस वापस लेने का दबाव बनाने लगा. उसे और उसके बच्चों को जान से मारने की धमकी देने लगा. इसके बाद शहाना ढकिया चौकी इंचार्ज के पास गई तो चौकी इंचार्ज ने उसे धमका कर भगा दिया. बेबस शहाना फिर इंडिया टाइम 24 के कार्यालय पहुंची और अपना दर्द बयां किया. इंडिया टाइम 24 ने एक बार फिर “क्या शहाना की हत्या का इंतजार कर रही है रामपुर पुलिस…” शीर्षक से शहाना की बेबसी की दास्तान को प्रमुखता से प्रकाशित किया. इसके बाद आला अधिकारी सख्त हो गए और नन्हे का शव कब्र से निकाल कर उसका पोस्टमार्टम किया गया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है. फिलहाल आरोपी कल्लू और उसकी पत्नी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं.