बोकारो थर्मल। कुमार अभिनंदन
कोरोना महामारी ने एक बेटे के सिर से माता-पिता का छाया छिन लिया है। यह घटना बेरमो अनुमंडल के बोकारो थर्मल में घटी है। वैसे तो विद्युत नगरी बोकारो थर्मल में कोरोना महामारी से तीन दर्जन लोगों की मौत हो चुकी है।
लेकिन एक घर में पांच दिन के अन्दर एक नाबालिक बच्चे के माता पिता का
निधन हो गया जबकि वह किशोर भी बीमार है और जिन्दगी की जंग लड़ रहा है।
बोकारो थर्मल के जीएम कॉलानी निवासी राजीव रंजन उर्फ राजू सिंह 45 वर्ष का निधन 29 अप्रैल को हो गया था। बताया जाता है कि वह होम क्वारंटिन में था और घर पर ही चिकित्सक के सलाह पर दवा ले रहा था। अचानक रात को उसकी स्थिति खराब हो गई। तत्काल उसे डीवीसी के बोकारो थर्मल अस्पताल ले जाया,गया जहॉं चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उसके निधन के अभी के पांच दिन भी नही गुजरे थे कि उसकी पत्नी अर्चना देवी का भी आज निधन हो गया। वह रामगढ के नई सराय अस्पताल में इलाजरत थी। विडबंना यह है कि उसका 14 साल का नाबालिक लडका है वह भी बीमार है और उसी अस्पताल में इलाज चल रहा है। इसके अलावे राजीव रंजन सिंह की मां और भाई भी संक्रमित है। विधुत नगरी में दो अप्रैल से मौत का सिलसिला शुरू हुआ है, जो निरंतर जारी है। लगातार मौतें से यहां के नागरिक दहशत में है। बताया जाता है ऐसे दर्जनों लोग संक्रमित है और घर में ही इलाज करावा रहें है। एक शिक्षक और एक व्यवसाय की हालत चिंताजनक बनी हुई है। स्थानीय डीवीसी अस्पताल में चिकित्सकों की कमी के कारण इलाज की स्तर एकदम चरमरा गयी है। गेट में तालाबंदी कर दिया गया है। सिर्फ इमरजेंसी हालत मरीज की प्राथमिक उपचार कर रेफर कर दिया जा रहा है।
प्रोजेक्ट हेड सहित कई बड़े अधिकारी व कर्मचारी की गयी जानः विधुत नगरी में कोरोना वायरस से डीवीसी के प्रोजेक्ट हेड सुप्रीयो भट्टाचार्य सहित तीन दर्जन कर्मचारी, पूर्व कर्मचारी और अस्पताल कर्मी की जान चली गयी। डीवीसी प्रबंधन लगातार कॉलोनी व प्लांट में सेनेटाइजर करवा रही है।