यूपी

सुबह तीन बजे उठते हैं भक्त, देसी घी से तैयार करते हैं कोरोना पीड़ित परिवारों के लिए भोजन, मुफ्त करते हैं वितरण

Share now

नीरज सिसौदिया, बरेली
कोरोना काल में जहां लाखों बेबस लोग मुश्किलों से जूझ रहे हैं वहीं, कुछ लोग ऐसे भी हैं जो समाजसेवा के प्रति पूरी तरह समर्पित हैं. इन्हीं में से एक है इस्कॉन मंदिर बरेली जो कोरोना प्रभावित परिवारों को नि:शुल्क भोजन उपलब्ध करा रहा है. खास बात यह है कि इस भोजन को पूरी तरह शुद्धता से गाय के देसी घी में श्री श्री राधा वृंदावन चंद्रा जी मंदिर में तैयार किया जाता है. साथ ही प्रसाद के तौर पर प्रभावित परिवारों को प्रदान किया जाता है. इस प्रसाद में भगवान जगन्नाथ का आशीर्वाद भी होता है जो संक्रमितों का मनोबल भी बढ़ाता है. यह प्रसाद मंदिर के प्रबंधक भीम अर्जुन प्रभु जी के मार्गदर्शन में तैयार कराया जा रहा है. फिलहाल प्रतिदिन सौ परिवारों तक भोजन पहुंचाया जा रहा है लेकिन मंदिर प्रबंधन का उद्देश्य हजारों लोगों तक प्रसाद पहुंचाने का है. प्रसाद तैयार करने से लेकर उसे लोगों तक पहुंचाने का पूरा कार्य उज्ज्वल सुंदर प्रभु जी, रघुनाथ चंद्र प्रभु जी और वत्सधारी प्रभु जी संभाल रहे हैं.

 

मंदिर के प्रबंधक भीम अर्जुन प्रभु जी ने बताया कि कोरोना का प्रकोप पूरे देश में फैलता जा रहा है. ऐसे में देश भर में इस्कॉन की ओर से कोविड-19 संक्रमितों की मदद के लिए प्रसाद के रूप में भोजन तैयार किया जाता है. इसी कड़ी में बरेली इस्कॉन मंदिर द्वारा भी प्रसाद तैयार कर घर-घर तक कोरोना प्रभावित परिवारों को पहुंचाया जा रहा है. इस्कॉन मंदिर के सभी ब्रह्मचारी भक्तगण प्रसाद बनाने और पैक करने में अहम भूमिका निभा रहे हैं. सभी भक्तगण सुबह 3:00 बजे उठते हैं और मंगला आरती व भगवान की माला जाप करने के बाद प्रसाद बनाने में जुट जाते हैं.

https://youtu.be/bItHvtRs7OE

मंदिर का प्रयास रहता है कि ज्यादा से ज्यादा प्रसाद तैयार हो और उसे शुद्धता के साथ तैयार कर जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाया जा सके. कई परिवार ऐसे हैं जहां सभी लोग संक्रमित हो चुके हैं, भोजन बनाने में सक्षम नहीं हैं. वहीं कुछ लोग हॉस्पिटल में एडमिट हैं, जहां भी संभव हो सकता है वहां प्रसाद पहुंचाया जा रहा है. प्रसाद पूरी तरह से देसी गाय के शुद्ध घी में तैयार किया जाता है. इसमें घी लगी चपातियां, दो सब्जी, चावल और भगवान जगन्नाथ जी का प्रसिद्ध खाजा प्रसाद शामिल है. सुबह-सुबह जब प्रसाद तैयार हो जाता है तो भगवान को भोग लगाने के बाद इसे पैक किया जाता है. इस्कॉन मंदिर बरेली की ओर से यह प्रसाद प्रतिदिन दोपहर 11:00 से 1:00 बजे के बीच लोगों तक पहुंचाया जा रहा है. फिलहाल सिर्फ एक समय का भोजन ही लोगों तक पहुंचाया जा रहा है. शुरुआत में सिर्फ 15 से 20 लोग ही प्रसाद ले रहे थे लेकिन जैसे-जैसे लोगों को इसकी जानकारी होती गई प्रसाद लेने वालों की संख्या भी बढ़ती गई. फिलहाल रोजाना 100 लोगों को मंदिर की ओर से प्रसाद वितरित किया जा रहा है. इसका काफी अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है. इस्कॉन मंदिर बरेली की इस पहल की लोग काफी सराहना कर रहे हैं. प्रसाद के रूप में भोजन उपलब्ध कराने का मंदिर का उद्देश्य सिर्फ इतना है कि लोग जल्दी से जल्दी स्वस्थ हो सकें और अपने परिवार में समाज में वापस आएं और मानव जीवन के उद्देश्य को पूरा करें. इस्कॉन मंदिर बरेली अपने उद्देश्य की पूर्ति की दिशा में आगे बढ़ता जा रहा है. इस पुनीत कार्य में मंदिर के आजीवन सदस्यों, दानदाताओं, भक्तों और अन्य लोगों का भी पूरा सहयोग मिल रहा है. इसके कारण इस्कॉन मंदिर की यह पहल सफल होती जा रही है. भविष्य में हजारों लोगों तक प्रसाद पहुंचाने का लक्ष्य है.

Facebook Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *