नीरज सिसौदिया, बरेली
आज विश्व आयुर्वेद परिषद शाखा बरेली द्वारा चरक जयंती के उपलक्ष में एक संगोष्ठी का आयोजन रोटरी क्लब बरेली के सभागार में किया गया। कोविड-19 के पालन के साथ आयोजित किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ महर्षि चरक के चित्र पर पुष्प अर्पण व उनके सम्मुख दीप प्रज्वलन कर किया गया। आचार्य चरक को कायचिकित्सा का पिता कहा जाता है उन्होंने मानव मात्र को किस प्रकार स्वस्थ रखा जाए एवं रोगी होने पर किस प्रकार चिकित्सा की जाए उसका विशद वर्णन चरक संहिता में किया है। कार्यक्रम के प्रारंभ में विश्व आयुर्वेद परिषद के महासचिव डॉ राजीव सक्सेना द्वारा विश्व आयुर्वेद परिषद का परिचय, उसके उद्देश्य एवं समाज में क्रियाकलाप पर विस्तृत प्रकाश डाला गया।इस अवसर पर मुख्य अतिथि क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉ डीके द्विवेदी, डॉ सुशांत साहू, प्राचार्य गंगाशील आयुर्वैदिक कॉलेज, डॉक्टर किशोर चंद्र प्रधान, प्राचार्य धनवंतरी आयुर्वेदिक कॉलेज, डॉ डीके मौर्य प्राचार्य राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज एवं डॉ सुजीत, प्राचार्य सिद्धिविनायक आयुर्वेदिक कॉलेज को संस्था द्वारा प्रशस्ति पत्र, नारियल और माल्यार्पण कर अभिनंदन किया गया।
इस अवसर पर डॉ शांतुल गुप्ता, डॉ नितिन शर्मा,डॉक्टर दिनेश विश्वास, डॉ अनिवेश मोहन, डॉ एच एस राय ने विषय पर अपने सारगर्भित विचार रखे ।
कार्यक्रम में डॉ उमेश कुमार,डॉ संजय मिश्र,डॉ योगेंद्र गंगवार डॉक्टर डीएन शर्मा, संजीव शर्मा, डॉक्टर राजीव सक्सेना, डॉ मनोज मिश्रा, डॉ अरविंद वर्मा आदि सहित आयुर्वेदिक प्राइवेट लिमिटेड के विमल जी रहे। कार्यक्रम का कुशल संचालन डॉ रंजन विशद ने किया।
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